जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक की राजनीति में सीएम येदियुरप्पा के लिए सिरदर्द बन गई एक सीडी एक बार फिर चर्चा में आ गई है। राज्य में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद से एक ओर जहां इस सीडी को लेकर बागी विधायक सीएम येदियुरप्पा पर निशाना साध रहे हैं।
वहीं कर्नाटक में कांग्रेस के चीफ डीके शिवकुमार ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी का नाम अब ब्लैकमेल जनता पार्टी हो जाना चाहिए। बीजेपी के कुछ विधायकों का आरोप है कि कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार में सीएम ने उन लोगों को मिनिस्टर बनाया, जो इस रहस्यमयी सीडी के कारण उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे।
दरअसल, कर्नाटक की राजनीति में सीडी की एंट्री 2017 में हुई, जब सीएम के निजी सहायक एन.आर. संतोष ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री के. एस. ईश्वरप्पा के सहायक विनय का कथित तौर पर अपहरण करने का प्रयास किया था।
चर्चाएं थी कि विनय के पास सीडी है, जिसे संतोष तोड़ देना चाहता है। अपहरण के केस में संतोष जमानत पर बाहर हो गया। कुछ महीने पहले ही संतोष को सीएम येदियुरप्पा का राजनीतिक सचिव बना दिया गया।
नवंबर में हालात खराब होने पर उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इस दौरान सीडी एक बार फिर से लाइमलाइट में आ गई। कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने कहा, ‘मुझे बताया गया कि संतोष के कथित आत्महत्या के प्रयास के पीछे सीडी वजह हो सकती है। जांच एजेंसियों को इस मामले में देखना चाहिए।’
ये मामला तब शांत हो गया, जब संतोष अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए और उन्होंने कहा कि उनकी तबीयत गलत दवा खा लेने से बिगड़ी थी। लेकिन हाल ही में यह मामला फिर उजागर हुआ, जब कर्नाटक सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बीजेपी के कुछ नेताओं की ओर से इस सीडी की चर्चा शुरू हुआ।
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सबसे खास बात यह है कि तमाम चर्चाओं के बावजूद भी सीडी है भी या नहीं, इसका किसी ने खुले तौर पर दावा नहीं किया है।
खुद बीजेपी के नेता और विधायक बीपी यतनाल ने कहा कि सीएम येदियुरप्पा को कई विधायकों ने इसी विवादित सीडी के कारण ब्लैकमेल किया था। इनमें से एक को राजनीतिक सचिव और दो लोगों को मंत्री बनाया गया है। ये सभी लोग बीते तीन महीने से सीएम को ब्लैकमेल कर रहे हैं।
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कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने ट्वीट किया,‘कर्नाटक में बीजेपी के एक विधायक ने खुले तौर पर दावा किया है कि कई नेताओं ने बी. एस. येदियुरप्पा को एक सीडी से ब्लैकमेल करके मंत्री पद हासिल किया है। क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पास इतना साहस है कि वह उन्हें ब्लैकमेल करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करा सकें।’
वहीं पार्टी के स्टेट चीफ डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी को अब ब्लैकमेल जनता पार्टी कहना चाहिए। अब उसके विधायक भी उसे ऐसा ही कह रहे हैं। सीएम येदियुरप्पा को इस बात की जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि उनके कैबिनेट विस्तार में ब्लैकमेलिंग और रिश्वत के खेल का जमकर इस्तेमाल हुआ है। इस मामले में निष्पक्ष जांच भी कराई जानी चाहिए।
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कर्नाटक में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सात नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया। इसके अलावा मंत्रिमंडल से आबकारी मंत्री एच. नागेश को बाहर किया गया है, जिसके कारण कैबिनेट में एक सीट खाली हो गई है। राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में विधायक उमेश कट्टी (हुक्केरी), एस. अंगारा (सुल्लिआ), मुरुगेश निरानी (बिल्गी) और अरविंद लिम्बावली (महादेवपुरा) और एमएलसी आर. शंकर, एम. टी. बी. नागराज और सी. पी. योगेश्वर शामिल हैं।