जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कर्नाटक में नई सरकार जब से बनी है तब से कांग्रेस पर वादा पूरा करने का दबाव है। ऐसे में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकर बन गई है लेकिन उसका टकराव केंद्र सरकार से अब खुलकर देखने को मिल रहा है।
दरअसल कर्नाटक सरकार अन्ना भाग्य योजना लागू करना चाहती है लेकिन केंद्र सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के स्टॉक से राज्य सरकारों को गेहूं और चावल की बिक्री पर रोक लगा दी है।
इसके बाद कर्नाटक सरकार ने अलग विकल्प तलाश करना शुरू कर दिया है। इसी के तहत अन्ना भाग्य योजना को राज्य में लागू करने के लिए पंजाब, छत्तीसगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों से अनाज खरीदने की तैयारी में है। केंद्र सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के स्टॉक से राज्य सरकारों को गेहूं और चावल की बिक्री पर रोक लगाने की वजह से उसे दूसरे राज्यों से गेहूं और चावल खरीदने पर मजबूर होना पड़ा है।
इस पूरे मामले पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने ने मंगलवार को बेंगलुरु में कहा, ‘हमने पंजाब, छत्तीसगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों से बात की है। हम उनसे अनाज खरीदने जा रहे हैं।
शिवकुमार ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि गरीबों के पेट पर राजनीति न करें, आप अपना चावल नहीं दे रहे हैं यह किसानों का चावल है। हमें किसी से मुफ्त चावल नहीं चाहिए, कर्नाटक सरकार खरीदने में सक्षम है।’