न्यूज डेस्क
कर्नाटक में बीते 15 दिन से जारी सियासी घमासान का आज खत्म हो सकता है। गुरुवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है, इससे साफ हो जाएगा कि एचडी कुमारस्वामी की सरकार बचेगी या नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को बागी विधायकों के इस्तीफे या अयोग्य किए जाने पर फैसला लेने की छूट दे दी थी। बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस दावा कर रही है कि उनके पास बहुमत है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया जारी रहेगी।16 बागी विधायकों को इस फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेना है या नहीं, ये उनपर निर्भर है। उन्हें किसी तरह से बाध्य नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अगर बागी विधायक के वोट गिने नहीं जाते हैं, तो एचडी कुमारस्वामी सरकार पर खतरा है।
इस बीच बागी कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी का कहना है कि वह अब कर्नाटक की सरकार के पक्ष में ही मतदान करेंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है और वे विश्वास मत के दौरान एचडी कुमारस्वामी के पक्ष में वोट डालेंगे। उन्होंने कहा, “मैं कल विधानसभा सत्र में भाग लूंगा और पार्टी के पक्ष में वोट डालूंगा। मैं पार्टी में बना रहूंगा और विधायक के रूप में काम करूंगा।” पूर्व मंत्री रेड्डी कांग्रेस के 13 और जेडीएस के उन तीन विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। दूसरी ओर कुछ बागी विधायकों का कहना है कि बीजेपी उन्हें साईं बाबा की कसम दिलवा रही है कि वे उनके पक्ष में ही मतदान करें।
कर्नाटक विधानसभा में क्या है आंकड़ों का सियासी खेल
- बीजेपी 105
- निर्दलीय 2
- कांग्रेस 78 + 1 (स्पीकर)
- जेडीएस 37
- बसपा 1
- मनोनीत 1
इस्तीफे या अयोग्यता के बाद
- बीजेपी 105
- निर्दलीय 2
- जेडीएस 34
- कांग्रेस 65
- बसपा 1
- मनोनीत 1
इस बीच सीएम एचडी कुमारस्वामी के करीबी एमएलसी बीएम फारूक ने अपने खास शाहिद को मुंबई भेजा है। शाहिद ने मुंबई के होटल में जाकर जेडीएस के बागी विधायकों और रमेश जारकीहोली से मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात के बाद बागी विधायकों का क्या रुख है, ये नहीं अभी साफ नहीं है।