जुबिली स्पेशल डेस्क
बेंगलुरू। बीते कुछ दिनों से कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर गहमागहमी तेज है। माना जा रहा कि बतौर मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा की पारी अब खत्म हो गई है और सोमवार को वो अपना पद छोड़ सकते हैं।
इसको हवा तब और मिल गई जब मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा ने इस पर खुद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दरअसल
बीएस येदयुरप्पा से दलित मुख्यमंत्री के बारे में पूछा गया था तब उन्होंने कहा कि हाईकमान से मुझे शाम तक सुझाव मिलने की उम्मीद है। बतौर मुख्यमंत्री उनकी सरकार को दो साल पूरे होने जा रहा है। इस दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
पत्रकारों ने जब येदयुरप्पा से दलित मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने को लेकर सवाल दागा था तब उन्होंने देर किये बगैर कहा कि ‘मुझे शाम तक हाईकमान से सुझाव की उम्मीद है। आपको भी पता चल जाएगा कि क्या होगा। हाईकमान इस बारे में तय करेगा। मुझे इसकी चिंता नहीं है।
गौरतलब है कि शिकारीपुरा में पुरसभा अध्यक्ष के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। येदियुरप्पा पहली बार साल 1983 में शिकारीपुरा सीट से विधानसभा के लिए चुने गए थे और वहां से आठ बार जीते हैं।
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बता दें कि कर्नाटक में पिछले एक पखवारें से सियासी ड्रामा चल रहा है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ मोर्चा खोले उनके अपने ही विधायक नेता पीछे हटने को तैयार नहीं है।
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फिलहाल एक बार फिर से राज्य में राजनीतिक नाटक शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं। राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा हाईकमान की ओर से 25 जुलाई को फैसला लिया जाएगा।
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