न्यूज डेस्क
कर्नाटक में पिछले कई दिनों से चल रहा सियासी घमासान अब अपने अंतिम दौर में है। सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है। कुमारस्वामी अपनी सरकार बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस के सामने प्रस्ताव रखा है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का भी हो सकता है, इसके लिए वो और उनकी पार्टी जेडीएस तैयार है।
जेडीएस के इस एलान के बाद पूरे सियासी घटनाक्रम में नया मोड़ आ गया है। अगर ऐसा होता है तो संभव है कि कर्नाटक की कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन वाली सरकार गिरने से बच जाए।
दरअसल, कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का कहना है कि जेडीएस सरकार बचाने के लिए किसी भी तरह के त्याग के लिए तैयार है। इतना ही नहीं एचडी कुमारस्वामी की पार्टी कांग्रेस की ओर से किसी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भी तैयार है।
डीके शिवकुमार के मुताबिक, उन्होंने ने इसके बारे में हमारे हाईकमान को भी बता दिया है। विश्वास मत पर वोटिंग से पहले डीके शिवकुमार का ये बयान क्या सरकार को बचा पाएगा, इसपर हर किसी की नज़र है।
गौरतलब है कि आज फ्लोर टेस्ट होना है ऐसे में अगर बागी विधायक सरकार के पक्ष में वोट नहीं करते हैं तो एचडी कुमारस्वामी की सरकार का ये आखिरी दिन होगा। यही कारण है कि कांग्रेस और जेडीएस की तरफ से सरकार बचाने को लेकर कोशिशें हो रही हैं। ऐसे में कुमारस्वामी के लिए मुख्यमंत्री पद त्याग कर सरकार बचाना आखिरी रास्ता हो सकता है।
बताते चलें कि है कि जुलाई की शुरुआत में जब कांग्रेस से विधायकों ने इस्तीफा देना शुरू किया तो सरकार पर संकट आ गया। लेकिन कुछ ही दिन बाद जब मान-मनौव्वल का दौर चला तो एक आवाज़ सामने आई थी, जिसमें बागी विधायकों में से चार विधायकों का कहना था कि अगर सिद्धारमैया राज्य की कमान संभालते हैं तो वह अपना इस्तीफा देने का फैसला वापस ले सकते हैं और सरकार को समर्थन कर सकते हैं।
बागी विधायकों को हटाकर कांग्रेस-जेडीएस की सरकार के पास 100 का आंकड़ा है, जो बहुमत से दूर है। लेकिन अगर कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनाकर बागी विधायक मानते हैं तो सरकार बचने का रास्ता भी साफ हो सकता है।
रविवार शाम कुमारस्वामी ने बागी विधायक आनंद सिंह से बात की और उन्हें मनाने की कोशिश की। कुमारस्वामी ने उनसे फोन पर बात की, इतना ही नहीं उन्होंने आनंद सिंह के परिवार से उन्हें मनाने के लिए कहा।
2018 में जब कर्नाटक में चुनाव हुए तो कांग्रेस बहुमत से दूर रह गई थी, लेकिन बीजेपी को दूर करने के लिए कांग्रेस-जेडीएस साथ आई और कुमारस्वामी का मुख्यमंत्री बनना तय हुआ।
कांग्रेस से आधे विधायक होने के बाद भी मुख्यमंत्री जेडीएस का बना लेकिन कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्रियों को ये रास नहीं आया। बीते एक साल में कई बार ये मांग उठी कि हमारे असली मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ही हैं। लेकिन एचडी कुमारस्वामी और कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से हर बार इस मांग को नकारा गया।
अगर नंबर गेम की बात करें तो बीजेपी अपने पास बहुमत होने का दावा कर रही है. बीजेपी के पास 105 विधायक अपने और दो निर्दलीयों का समर्थन होने का दावा है। तो वहीं अगर बात कांग्रेस-जेडीएस की करें तो उनके पास 100 वोट अपने और एक बसपा विधायक का वोट है।
अभी ताजा आंकड़ा देखें तो अब
- JDS 34
- Cong 65
- BSP 1
- BJP 105
- IND 2