जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री बीएस. येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
येदियुरप्पा का इस्तीफा तब हुआ है, जब आज ही कर्नाटक की भाजपा सरकार को दो साल पूरे हुए हैं। ऐसे में अब हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपती है।
सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर येदियुरप्पा विधानसभा में भाषण दे रहे थे। येदियुरप्पा ने इस दौरान कहा कि उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। वह आज दोपहर के समय राज्यपाल को इस्तीफा सौपेंगे।
येदियुरप्पा ने कहा कि उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए काफी काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं।
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I have decided to resign. I will meet the Governor after lunch: Karnataka CM BS Yediyurappa at a programme to mark the celebration of 2 years of his govt pic.twitter.com/sOn0lXAfeD
— ANI (@ANI) July 26, 2021
मालूम हो कि कर्नाटक में पिछले काफी दिन से नेतृत्व परिवर्तन की बात चल रही थी। हाल ही में बीएस. येदियुरप्पा ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। तभी से ये बात कही जा रही थी कि येदियुरप्पा अब अपना पद छोड़ सकते हैं।
कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन
फिलहाल कर्नाटक की सियासत में बड़ा सवाल उठ रहा है कि येदियुरप्पा के बाद कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। सीएम की रेस में सबसे प्रमुख नाम प्रह्लाद जोशी का है, जो केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। वह उत्तर कर्नाटक से सांसद हैं।
प्रह्लाद जोशी के बाद दूसरा बड़ा नाम बीएल संतोष का है। बीएल संतोष लंबे समय तक संगठन मंत्री रहे हैं और फिलहाल भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हैं। सीटी रवि, कारोबारी राजनेता मुर्गेश निराणी और वसवराज यतनाल भी मुख्यमंत्री के दावेदार हैं।
इनके अलावा बसवराज बोम्मई, डिप्टी सीएम लक्षम्ण सावदी, रेवेन्यु मिनिस्टर आर अशोक, डिप्टी सीएम गोविंद कारजोल भी सीएम की कुर्सी के दावेदार हैं।
हालांकि पहले सांसद अनंत कुमार हेगड़े भी दावेदार थे, लेकिन विवादास्पद बयान देने की वजह से वो रेस से लगभग बाहर हैं।
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मालूम हो कि साल 2018 में कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन भाजपा अपना सीएम नहीं बन सकी थी।
केंद्र में दूसरी बार मोदी सरकार के आने पर कर्नाटक में भाजपा सक्रिय हुई। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के इस्तीफे हुए। इसके बाद बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई और 26 जुलाई 2019 को बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम बने।
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लेकिन पिछले कई महीनों से सीएम येदियुरप्पा से उनके अपने नेता ही नाराज है। उनके बेटे की दखल की वजह से ये नौबत आई है। पिछले महीने कर्नाटक बीजेपी के प्रभारी अरुण सिंह कर्नाटक गए थे। अरूण सिंह सीएम के अलावा मंत्रियों से भी मिलकर आए थे।