न्यूज़ डेस्क
कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। वोटिंग सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगी। सुबह 9 बजे तक 5.22 फीसदी वोटिंग हुई। कर्नाटक में सुबह 11 बजे तक 17.60 फीसदी मतदान हुआ है। राज्य की 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जारी है और वोटरों की लंबी लाइनें लगी हैं।
कर्नाटक में हो रहे इन उपचुनाव के परिणामों से ये तय होगा कि कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार टिकी रहेगी या गिर जाएगी। इसके लिए बीजेपी को अपनी कुर्सी बचाने के लिए इन 15 सीटों में से छह सीटें जीतनी जरुरी हैं।
दरअसल कर्नाटक में 225 सदस्यीय विधानसभा हैं। बीते विधानसभा चुनाव में 17 विधायकों को अयोग्य करार घोषित कर दिया गया था। इनमे कांग्रेस और जद( एस) के बागी विधायक शामिल थे। इन्ही विह्द्यकों के बगावत के चलते वहां एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) सरकार गिर गई थी और भाजपा के लिए सत्ता में आने का रास्ता खुल गया।
मौजूदा समय में बीजेपी के पास 105 (एक निर्दलीय सहित), कांग्रेस के 66 और जद (एस) के 34 विधायक हैं। बसपा का भी एक विधायक है। इसके अलावा एक मनोनीत विधायक और स्पीकर हैं। अयोग्य करार दिए गए 13 विधायकों को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
ये सभी को सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद पिछले महीने वे भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि, अब भी मास्की और आर आर नगर सीटें रिक्त रहेंगी।
इन सीटों पर हो रहे उपचुनाव
आपको बता दें कि कर्नाटक में उपचुनाव यहां की अठानी, कगवाड़, गोकक, येलापुर, हिरेकेरूर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबेलापुर, के.आर. पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसाकोटे, के.आर. पेटे, हुनसूर सीटों पर होंगे। मुसकी (राइचुर जिला) और आर.आर. नगर (बेंगलुरू) के उपचुनाव पर कर्नाटक उच्च न्यायालय में मई 2018 विधानसभा चुनाव के नतीजे को लेकर दायर मुकदमे की वजह से रोक लगा दी गई है।
15 में से 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा
कर्नाटक में 15 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में 12 पर कांग्रेस और तीन पर जद (एस) का कब्जा है। पहले ये चुनाव 21 अक्टूबर को होने थे लेकिन चुनाव आयोग ने इसे पांच दिसंबर के लिए टाल दिया। दरअसल, शीर्ष न्यायालय ने अयोग्य करार दिए विधायकों की याचिकाओं की सुनवाई करने का फैसला किया था।