न्यूज डेस्क
कर्नाटक में नई सरकार के गठन के लिए हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने आज राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
BS Yeddyurappa,BJP: I just met the Governor, I will take oath as Chief Minister today at 6 pm. #Karnataka pic.twitter.com/LkemKmqQP6
— ANI (@ANI) July 26, 2019
बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद बताया कि वह आज शाम 6 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल से मुलाकात कर बीएस येदियुरप्पा ने 105 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा और बताया कि उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता सिद्धारमैया को भी न्योता दिया गया है।
वहीं, इससे पहले कहा जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी बागी विधायकों को लेकर स्पीकर रमेश कुमार के फैसले का इंतजार करना चाहती है। लेकिन अब अचानक शुक्रवार सुबह सरकार बनाने की हलचल तेज हो गई।
Bengaluru: BJP leader BS Yeddyurappa arrives at Raj Bhavan, to stake claim to form government. pic.twitter.com/uT1UmWFrsg
— ANI (@ANI) July 26, 2019
बता दें कि 24 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा में एचडी कुमारस्वामी की सरकार विश्वास प्रस्ताव पास नहीं कर पाई थी। कांग्रेस-जेडीएस को मात्र 99 और भाजपा को 105 वोट मिले थे। ऐसे में बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हुआ।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों आर. शंकर और एच. नागेश को उनकी याचिका वापस लेने की मंजूरी दे दी। याचिकाओं में कुमारस्वामी सरकार द्वारा पेश विश्वास मत पर ‘तत्काल’ शक्ति परीक्षण कराने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया था।
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को कांग्रेस के दो बागी विधायकों रमेश जर्किहोली व महेश कुमाताहल्ली और एक निर्दलीय विधायक आर. शंकर को तत्काल प्रभाव से अयोग्य करार दे दिया। तीनों विधायक विधानसभा के शेष कार्यकाल यानी 2023 तक सदन की सदस्यता के अयोग्य रहेंगे। स्पीकर ने कहा कि वह शेष 14 मामलों में भी दो दिनों में फैसला ले लेंगे।
स्पीकर ने कहा कि तीनों सदस्यों ने स्वेच्छा से इस्तीफे नहीं दिए थे। बागी विधायकों ने संविधान की 10वीं अनुसूची (दलबदल विरोधी कानून) के प्रावधानों का उल्लंघन किया है और इसीलिए उन्हें अयोग्य ठहराया गया है।’ आर. शंकर के बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया ने उन्हें बताया था कि शंकर की पार्टी केपीजेपी का कांग्रेस में विलय हो गया था और उसके बाद ही उन्हें मंत्री बनाया गया था। लिहाजा वह कांग्रेस के निर्वाचित सदस्य थे।
इस बीच, राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि वर्तमान राजनीतिक हालात में कोई भी स्थिर सरकार नहीं दे सकता। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्दरमैया ने मीडिया में आई उन खबरों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया है कि कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए उन्होंने ही बागी विधायकों को इस्तीफा देने के लिए उकसाया था।