जुबिली न्यूज़ डेस्क
कानपुर में हुए शूटआउट को 72 घंटे बीत चुके हैं लेकिन इस वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने उसके ऊपर इनाम राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी है। ऐसे में खबर आ रही है कि कुख्यात विकास दुबे को पकड़ने के लिए प्रदेश सरकार अपने चार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तजुर्बें की मदद ले सकती है।
बताया जा रहा है कि इन चारों एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अफसर को सरकार ग्राउंड प्लानिंग बनाने के लिए आरोपी से निपटने के लिए लगाया जा सकता है। बता दें कि इन सभी अधिकारियों के नाम 50 से लेकर 70 एनकाउंटर दर्ज हैं। इन चारों एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अफसरों में आईपीएस अनंत देव, नवनीत सिकेरा, राजेश पांडेय और दलजीत चौधरी शामिल हैं।
बता दें कि 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद से आरोपी विकास दुबे फरार चल रहा है, लेकिन उसके दो रिश्तेदार पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। जबकि उसके एक गुर्गे को हिरासत में लिया जा चुका है। इस शूटआउट में आरोपी तक पहले से दबिश की सूचना देने के आरोप भी कुछ पुलिसवालों पर लग रहे हैं।
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इस बीच ये भी खबर आ रही हैं कि विकास चंबल के बीहड़ में जा पहुंच गया हो, जिसके चलते पुलिस ने बीहड़ों में भी अपनी पैनी निगाह लगा दी है। उन्नाव टोल प्लाजा पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पोस्टर लगाए गए। इसमें विकास दुबे की तस्वीर के नीचे इनामी बदमाश लिखा है। साथ ही एसएचओ चकेरी का संपर्क भी लिखा हुआ है।
इसके अलावा पुलिस ने नेपाल जाने की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। पुलिस ने विकास दुबे के परिवार सहित करीबियों के 500 से अधिक मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा रखें हैं। साथ ही उसके करीबी पुलिसकर्मियों की भी निगरानी की जा रही है।