जुबिली न्यूज डेस्क
अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। भाजपा से लेकर कांग्रेस राज्यों में फेरबदल कर रही है तो वहीं नेताओं का भी पाला बदलने का दौर शुरु हो गया है।
अगले साल गुजरात में विधानसभा चुनाव होना है। इसलिए चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव को देखते हुए ही भाजपा ने तो पूरा का पूरा विजय रूपाणी सरकार ही बदल दिया। अब कांग्रेस खेमे से खबर है।
कहा जा रहा है कि गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी कांग्रेस का हाथ थामने के लिए तैयार है। 28 सितंबर को इसका ऐलान किया जा सकता है। इसके अलावा यह भी खबर है कि CPI नेता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
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इसी महीने राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि कन्हैया कुमार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। ये भी कहा गया कि कन्हैया एक नहीं, बल्कि दो बार राहुल गांधी से मिले हैं।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इन दोनों बैठकों में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे। हालांकि, कन्हैया ने राहुल गांधी से किसी भी तरह की मुलाकात की बात को लगातार खारिज किया है।
कन्हैया के सहारे बिहार में जमीन मजबूत करना चाहती है कांग्रेस
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार को करारी हार का सामना करना पड़ा था। भाकपा के टिकट से चुनावी मैदान में उतरे कन्हैया को भाजपा के दिग्गज नेता गिरिराज सिंह ने उन्हें बड़े अंतर से हराया था।
वहीं राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अगर कन्हैया कांग्रेस का दामन थामते हैं तो ये उनकी राजनीतिक पारी की नई शुरुआत होगी। कहा तो ये भी जा है कि कांग्रेस कन्हैया के सहारे बिहार में अपनी कमज़ोर होती जमीन को मजबूत करना चाहती है।
जिग्नेश के आने से कितनी मजबूत होगी कांग्रेस?
दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जिग्नेश मेवानी गुजरात से निर्दलीय विधायक हैं। कहा जा रहा है कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने जिग्नेश को लेकर दिल्ली में बैठे आलकमान से बातचीत की है।
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पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद मेवानी ने कड़ी टिप्पणी की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि ये इस्तीफा निश्चित रूप से 2022 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए चुनावी अंकगणित को तैयार करने के मकसद से आया है।
वैसे इस बार कांग्रेस गुजरात में पूरी ताकत से मैदान में उतरने की तैयारी में है। पिछली बार चुनाव में कांग्रेस को काफी कम अंतर से बीजेपी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।