जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देकर कंगना रनौत ने अपनी मुश्किलें बढ़ा ली हैं. एक तरफ हिमाचल सरकार ने कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा देकर उन्हें यह अहसास कराया है कि वह निश्चिन्त होकर मुम्बई जाएं और अपनी सुरक्षा को लेकर कतई परेशान न हों. उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी और एक एसपीओ चौबीसों घंटे उनके साथ रहेगा लेकिन आज मुम्बई में उनके प्रोडक्शन हाउस मणिकर्णिका फिल्म्स में मुम्बई महानगर पालिका (बीएमसी) ने छापा मारा तो कंगना की हिम्मत टूटती नज़र आयी.
छापे की खबर के बाद कंगना ने ट्वीट किया कि उन्होंने 15 साल तक रात दिन मेहनत कर अपने इस प्रोडक्शन हाउस को तैयार किया है. इसमें कुछ भी अवैध नहीं है. उनके पास पूरे कागज़ हैं. इसे बनाने में उन्होंने 48 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. उन्होंने लिखा है कि मेरा एक सपना था कि मैं जब भी फिल्म निर्माता बनूँ तो मेरा खुद का ऑफिस हो लेकिन अब मुझे लगता है कि मेरा सपना टूटने वाला है.
https://twitter.com/KanganaTeam/status/1302900505933307905?s=20
कंगना रनौत ने इसी साल जनवरी में मुम्बई के पाली हिल में तीन मंजिला इमारत खरीदकर अपना ऑफिस बनाया है. इस ऑफिस को खरीदने के बाद कंगना ने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालकर अपने प्रशंसकों के साथ अपनी खुशियाँ बांटी थीं. कंगना ने इस ऑफिस को खरीदने के बाद बताया था कि यह ईको फ्रेंडली ऑफिस है, इसमें प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं हुआ है. यहाँ काम करने वालों की हर सुविधा का ध्यान रखते हुए इसे तैयार किया गया है.
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कंगना ने अपने इस ऑफिस से फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झांसी से अपने निर्देशन की शुरुआत की थी. कंगना का कहना है कि उन्होंने इस ऑफिस में नियम विरुद्ध कुछ नहीं बनाया है लेकिन जानकारी मिली है कि बीएमसी इसे तोड़ने वाली है. मेरे पास तमाम कागज़ हैं लेकिन इसके बावजूद ऑफिस गिराने की बात हो रही है.