न्यूज डेस्क
हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल दोनों मुख्य आरोपी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद उर्फ़ फरीद अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
पुलिस को आशंका है कि दोनों सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचने की फिराक में हैं। दोनों की लास्ट लोकेशन भी अंबाला के पास मिली है जो बाघा बॉर्डर से 285 किमी दूर है।
रविवार देर शाम को दोनों की लोकेशन दिल्ली-अमृतसर रूट पर मिली। इसके बाद यूपी पुलिस और गुजरात पुलिस की टीम ने रात साढ़े 10 बजे चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर तलाशी अभियान भी चलाया।
लेकिन, दोनों का कुछ भी पता नहीं चल सका। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों लगातार पहचान बदल रहे हैं। दोनों की मंशा सीमा पार करने की हैं।
इसके साथ ही पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों अशफाक और मेईनुद्दीन के खिलाफ इनाम घोषित किया। दोनों पर ढाई लाख का इनाम घोषित किया गया है।
शुक्रवार को हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों हरदोई, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद के रास्ते चड़ीगढ़ की तरफ गए हैं। दोनों आरोपी सात से आठ घंटे में अपना फोन ऑन कर रहे हैं और फिर उसे स्विच ऑफ कर दे रहे हैं।
कमलेश तिवारी के हत्यारे लालकुआं के गुरु गोविंद सिंह मार्ग स्थित ‘होटल खालसा इन’ में ठहरे थे। गुरुवार रात दोनों 11 बजकर आठ मिनट पर होटल पहुंचे थे। आरोपितों ने सूरत सिटी स्थित जिलानी अपार्टमेंट प्लाट नंबर 15-16 पद्मावती सोसायटी लिंबावत निवासी पठान मोइनुद्दीन अहमद और शेख अशफाक हुसैन की आइडी पर कमरा बुक कराया था।
होटल प्रबंधन ने दोनों को बेसमेंट में कमरा नंबर जी 103 में ठहराया था। शुक्रवार दोपहर से शनिवार शाम तक जब दोनों नजर नहीं आए तो होटल के कर्मियों को संदेह हुआ। टीवी चैनलों पर फुटेज देखने के बाद कर्मचारियों ने कमरे का दरवाजा खोला. उन्हें बेड पर खून से सने दो कुर्ते पड़े मिले। मैनेजर अरविंद कुमार चौरसिया ने पुलिस को सूचना दी।
एसआइटी प्रभारी आइजी रेंज एसके भगत और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने फॉरेंसिक टीम के साथ शनिवार देर रात तक छानबीन की। कमरे से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद किया. इसके अलावा दो बैग, कपड़े, मोबाइल फोन, शेविंग किट और चार्जर समेत अन्य सामान मिले हैं।