जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार की दोपहर हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उनके घर में ही गला रेत कर हत्या किए जाने के बाद देशभर में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। एक ओर जहां सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस पूरे घटनाक्रम के बाद दो समुदायों के बीच भी तनाव बढ़ गया है।
ऐसे में यूपी विधानसभा की 11 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव पर इसका क्या असर पड़ेगा इस बात को लेकर भी सियासी गलियारे में चर्चा तेज है। समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा कि, मामला पूरी तरह से प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था से जुड़ा है लेकिन बीजेपी इसे अलग तरह से पेश करके चुनाव में लाभ लेना चाहती है।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार ओम दत्त जी का कहना है कि, घटना की सच्चाई क्या है यह तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन इस पूरे प्रकरण को लेकर 21 अक्तूबर को उपचुनाव के लिए होने वाला मतदान प्रभावित निश्चित ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर मतदाता इसे दो समुदायों के बीच आपसी संघर्ष से जोड़कर देखता है तो बीजेपी को लाभ मिलेगा वहीं अगर मतदाता दिन दहाड़े हुई इस हत्या को कानून व्यवस्था से जोड़कर देखेगा तो बीजेपी को नुकसान भी हो सकता है।
बता दें कि यूपी के 11 सीटों पर उपचुनावों के लिए 21 अक्तूबर को मतदान होना है। यूपी विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव के लिए 110 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रदेश में सहानपुर की गंगोह, रामपुर जिले की रामपुर, अलीगढ़ की इगलास, लखनऊ की कैंट, कानपुर नगर की गोविंद नगर, चित्रकूट की मानिकपुर, प्रतापगढ़ की प्रतापगढ़, बाराबंकी की जैदपुर, आंबेडकर नगर की जलालपुर, बहराइच की बलहा और मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा : सीएम योगी
कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। इसमें शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलना चाहेगा तो वह उनसे मुलाकात करेंगे।
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