जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ निर्वाचन आयोग द्वारा स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द किये जाने से काफी नाराज़ हैं. कमलनाथ ने निर्वाचन आयोग के फैसले पर कहा कि स्टार प्रचारक जैसा कोई पद होता ही नहीं है और कांग्रेस का प्रचार करने से उन्हें कोई रोक नहीं सकता है. कमलनाथ ने निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा दिया है.
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के दौरान कमलनाथ ने कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को आइटम कहकर सियासी लहरों के बीच तूफ़ान उठा दिया था. इस बयान को लेकर काफी हंगामा मचा था.
इसी बयान के बाद निर्वाचन आयोग के तेवर कमलनाथ को लेकर कड़क थे. आयोग ने आदर्श अचार संहिता के उल्लंघन की बात मानते हुए कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द कर दिया.
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कमलनाथ के वकील विवेक तन्खा ने निर्वाचन आयोग के फैसले को अदालत में चुनौती दी है. कमलनाथ ने कहा कि उन्हें चुनाव प्रचार से कोई नहीं रोक सकता. आज और कल उनकी सभाएं जारी रहेंगी. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी हार-जीत से ज्यादा हार-जीत के अंतर को लेकर बौखलाई हुई है.