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कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियां लगातार शिकंजा कसती जा रही है। पी. चिदंबरम, डी. के. शिवकुमार के बाद अब मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ की एक बार फिर उनकी परेशानी बढ़ सकती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामलों को फिर से खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
वहीं, इस बात पर करारा जवाब देते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते दिन भिंड जिले में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। सीएम कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी वालों के आंख, कान नहीं, सिर्फ मुंह चलाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी के लोग घोषणाएं करते थे, अब आलोचनाएं करने लगे हैं। बता दें कि सीएम कमलनाथ ने भिंड में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन विधायक संजीव सिंह कुशवाहा ने किया था।
सीएम कमलनाथ ने भिंड और वहां के विधायक को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, ‘मैं भिंड के विधायक को वही अधिकार देता हूं, जो मेरे छिंदवाड़ा के विधायक को है। हम पूरे प्रदेश को एक नजर से देखते हैं और यही कांग्रेस की असली पहचान है।’ उन्होंने कहा कि यहां के विकास के लिए जो जरूरी होगा, वह कांग्रेस जरूर करेगी।
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि 15 साल बाद जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तब यह प्रदेश बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या और बलात्कार के मामलों में मध्य प्रदेश देश में नंबर वन था। वहीं इस मौके पर सीएम के साथ मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, मंत्री प्रद्युम्न सिंह, महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी सहित सपा विधायक राजेश शुक्ला मौजूद थे।