न्यूज डेस्क
आखिरकार मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे का आज पटाक्षेप हो गया और कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा।
इस्तीफा देने से पहले कमलनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी याद रखे कल और परसो भी आएगा। सब सच्चाई सामने आएगी।
प्रेस काफ्रेंस में कमलनाथ ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने 22 विधायकों को बंधक बनाया और ये पूरा देश बोल रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है। एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची। इसकी सच्चाई थोड़ी समय में सामने आएगी।
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उन्होंने कहा कि विधानसभा में हमने तीन बार अपनी बहुमत साबित की। जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे।
इस मौके पर कमलनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया और कहा कि हमने आम लोगों के लिए काम किया, लेकिन ये बीजेपी को रास नहीं आया। हमारी सरकार पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा। बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा किया, लेकिन हमें उनके लिए काम नहीं करने दिया।
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में 17 दिनों से चल रहा सयासी ड्रामा खत्म हो गया। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफा देने की वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई। विधानसभा अध्यक्ष ने 22 में से 6 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था और 16 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था।
दरअसल बीजेपी ने सरकार से सदन में बहुमत साबित करने की मांग की थी, लेकिन मांग को दरकिनार करते हुए स्पीकर ने 26 मार्च तक सदन को स्थगित किया गया था। इसके बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट की ओर रूख करते हुए तुरंत फ्लोर टेस्ट की मांग की थी।
19 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने विधान सभा अध्यक्ष को फटकार लगाई थी और 16 बागी विधायकों के इस्तीफे ना स्वीकारने का कारण पूछा और आज शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। इसके बाद स्पीकार ने सभी 16 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई। अब कमलनाथ सरकार के पास सिर्फ 99 विधायक हैं, जबकि बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। यानी मध्य प्रदेश से कांग्रेस सरकार की विदाई हो गई है।
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