जुबिली न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव आयोग से पुलिस के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाए कि पुलिसकर्मी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डरा धमकाकर भाजपा के पक्ष में प्रचार करने का दबाव बना रहे हैं।
इस मामले में कमलनाथ ने सोमवार को चुनाव आयोग से अलग-अलग चार शिकायतें की हैं। चुनाव आयोग में अब तक साढ़े तीन सौ से ज्यादा शिकायत पहुंच चुकी हैं।
कमलनाथ ने दावा करते हुए कहा कि हमारे कई विधायकों के फोन आ रहे हैं, वे बता रहे हैं कि भाजपा उन्हें पैसे का ऑफर दे रही है। एडवांस देने की बात कर रही है। आज का मतदाता बहुत समझदार है। चुनाव तो प्रजातंत्र का उत्सव होता है, लेकिन यह तो सौदेबाजी का उत्सव हो गया है।
जनादेश का, अपने वोट का सम्मान बचाये रखें, आगे आकर प्रदेश को और कलंकित होने से बचायें।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 25, 2020
इस चुनाव में हमारा मुकाबला भाजपा से ही नहीं बल्कि प्रशासनिक तंत्र से भी है। इसको लेकर मैंने आज ही चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। छोटे-छोटे सरकारी कर्मचारियों पर भाजपा के पक्ष में काम करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
भाजपा के पक्ष में काम करने वाले अधिकारी यह जान ले कि 10 के बाद 11 भी आएगी। कमलनाथ कहा कि भाजपा को 10 नवंबर को आने वाले परिणाम का अभी से अंदेशा हो गया है। इसलिए तो भाजपा परिणाम का इंतजार नहीं कर रही है। सौदेबाजी का खेल अभी से ही शुरू कर दिया है।
कमलनाथ ने कहा, ‘मैं सौदेबाजी की राजनीति में विश्वास नहीं करता। मैं चाहता तो मैं भी ऐसी राजनीति कर सकता था, लेकिन मैं मध्य प्रदेश को कभी कलंकित नहीं होने दूंगा। मैं कभी भी सौदेबाजी की राजनीति नहीं करूंगा।
कांग्रेस मध्यप्रदेश में सौदेबाजी की राजनीति नहीं कर एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी। भाजपा तो खुद ही कह रही है कि अभी दो-तीन विधायक और आ रहे हैं, तो क्या बगैर सौदेबाजी के आ रहे हैं?