समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस के गठबंधन में शामिल होने की चर्चाओं के बीच यूपी वेस्ट के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए दो सीट छोड़ने की बात कही है।
ज्योतिरादित्य ने कहा कि बसपा और सपा के गठबंधन किया है, हम उनका सम्मान करते हैं। लोकसभा चुनाव में हम पूरी ताकत से लड़ेंगे। अगर उन्होंने हमारे लिए दो सीट छोडी है तो हम भी उनके लिए दो सीट छोड़ सकते हैं।
Congress General Secretary in-charge (Uttar Pradesh-West), Jyotiraditya Scindia: BSP-SP have taken a decision, we respect their decision. Congress will fight on its own strength. As they (BSP-SP) have said they will leave two seats for us, we might also leave two seats for them. pic.twitter.com/Q0pI54IFsV
— ANI UP (@ANINewsUP) March 9, 2019
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन को लेकर सिंधिया ने कहा कि सभी दलों को अपने रास्ते चुनने का अधिकार है और वह एसपी-बीएसपी के फैसले का सम्मान करते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है। सिंधिया ने कहा, ‘हमारा एक ही मकसद है कि केंद्र में यूपीए की सरकार बननी चाहिए। यूपी में कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है।’
एसपी-बीएसपी गठबंधन में कांग्रेस को शामिल न किए जाने पर सिंधिया ने कहा कि एसपी-बीएसपी ने अपना निर्णय लिया है और वह उनके निर्णय का सम्मान करते हैं। सिंधिया ने कहा कि एसपी-बीएसपी को अपना रास्ता चुनने का पूरा अधिकार है।
‘साथ आने के लिए संवाद बहुत जरूरी’
सिंधिया से जब कहा गया कि अखिलेश यादव कई बार ये कह चुके हैं कि कांग्रेस के लिए एसपी-बीएसपी ने दो सीटें छोड़ी हैं। इस लिहाज से कांग्रेस भी गठबंधन का हिस्सा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंधिया ने कहा,
‘ये अखिलेश की सोच हो सकती है। अगर ऐसा है तो हम भी उनके लिए कोई सीट छोड़ देंगे। अखिलेश ने कहा है कि उन्होंने कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ी हैं। तो हो सकता है कि हम भी उनके लिए दो-तीन सीट छोड़ दें।’
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे उन लोगों के लिए हमेशा खुले हैं, जिनके पास जमीनी ताकत हो, और जनसेवा की आशा के साथ वह नया उत्तर प्रदेश बनाने के लिए संकल्पित हों।ऐसे लोगों का कांग्रेस में स्वागत है।
गौरतबल है कि अखिलेश यादव और मायावती ने गठबंधन में कांग्रेस में शामिल नहीं किया है, लेकिन अखिलेश ने अलग-अलग मंचो से कई बार कांग्रेस और गठबंधन को साथ होने की बात कही है।
साथ ही अखिलेश-माया ने कांगेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अमेठी और सोनिया गांधी की रायबरेली सीट पर गठबंधन का उम्मीदवार न उतारने का फैसला भी किया है।
बता दें कि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं और रायबरेली से यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी में सिर्फ यह 2 सीट ही जीतने में कामयाब रही थी।
ऐसे में माना जा रहा है कि अगर अखिलेश यादव और मायावती लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस उनके सामने अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
हालांकि, दूसरी ओर सूत्रों की माने तो सपा-बसपा की तरफ से कांग्रेस को नया ऑफर मिला है। सपा-बसपा ने कांग्रेस को 9+2 सीटों का ऑफर दिया है।
पहले कांग्रेस 20 सीटें मांग रही थी, लेकिन अब वह 17 सीटें मांग रही है। सूत्रों ने साथ ही बताया कि कांग्रेस पार्टी 13+2=15 पर मान जाएगी। बता दें, बसपा-सपा ने रायबरेली और अमेठी सीट पहले ही कांग्रेस के लिए छोड़ दी है।