न्यूज़ डेस्क
देश की राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है। जब एक तरफ पूरा देश होली के रंगों में सराबोर था उस समय मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया। सिंधिया परिवार के उत्तराधिकारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ ही 22 और विधायकों ने भी अपना पद छोड़ दिया। इसके बाद से मध्यप्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ गई है।
एमपी में हुए इस सियासी उठापटक से कमलनाथ सरकार अल्पमत में जाती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य आज दोपहर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं।
अचानक से एमपी की राजनीति में विधायकों की पूंछ बढ़ गई है। ऐसे में अब कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी को भी टूट-फूट का दर सताने लगा है। सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक के बाद बीजेपी ने अपने विधायकों को गुडगांव भेजने का फैसला किया है। इसके लिए पार्टी कार्यालय के पीछे 5 बसों की व्यवस्था की गई है।
वहीं, कांग्रेस भी अपने विधायकों को जयपुर भेजने की तैयारी कर रही हैं। इस बीच कांग्रेस नेता शोबा ओझा ने बताया कि बीजेपी के कुछ विधायक भी हमारे सम्पर्क में हैं। हम सदन में बहुमत हांसिल कर देंगे। अब देखना ये है कि दिल्ली से लेकर भोपाल तक जो लगातार बैठकों का दौर चल रहा है वो क्या कमलनाथ सरकार बचाने में सफल हो पाएंगे।
कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने दावा किया है कि कमलनाथ सरकार को कुछ नहीं होने वाला है, आप 16 मार्च तक देखिएगा विधायकों की संख्या बिल्कुल ठीक रहेगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, राजा-महाराजाओं के दिन गए।
भोपाल में मुख्यमंत्री आवास के पास तीन बसें खड़ी हैं, जिसमें कांग्रेस के विधायकों को एयरपोर्ट ले जाया जाएगा। यहां से कांग्रेस के सभी विधायक जयपुर जाएंगे।
बीजेपी में शामिल होंगे ज्योतिरादित्य
कभी राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के मौके पर पार्टी से इस्तीफा देकर सभी को सकते में दाल दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में पिछले एक साल के हालातों का जिक्र किया और उसे ही मुख्य कारण बताया। इसके अलावा उन्होंने मंगलवार को अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की।
ये है स्थिति
अब विधानसभा में कुल संख्या 206 हो गई है इसमें बहुमत के लिए सरकार को 104 का आकड़ा साबित करना होगा। कांग्रेस गठबंधन के पास अब 99 और बीजेपी के पास 107 का आकड़ा है।