न्यूज डेस्क
अभिनेत्री जायरा वसीम द्वारा ईमान के नाम पर ऐक्टिंग छोडऩे पर जोरदार बहस छिड़ी हुई है। जायरा के इस कदम की चौतरफा आलोचना हो रही है। अधिकांश लोगों ने जायरा के इस कदम को गलत बताया है। फिलहाल जायरा के इस फैसले पर कांग्रेस नेता मनु सिंधवी ने सवाल उठाया है।
सिंघवी ने ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए लिखा-‘हलाला जायज और ऐक्टिंग हराम, क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान।’
यह भी पढ़ें : माल्या से पैसे क्यों नहीं ले रही सरकार
गौरतलब है कि जायरा वसीम ने कुछ दिनों पहले ही ऐक्टिंग छोड़ने का ऐलान किया था। उनके इस फैसले पर कुछ लोग पक्ष में तो कुछ लोग विपक्ष में उतर आए हैं। अभी तक इस पर बहस चल रही है। अधिकांश लोगों का कहना है कि जायरा ने दबाव में यह फैसला लिया है।
हलाला जायज और एक्टिंग हराम,क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान ? #ZairaWasim
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 2, 2019
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने भी आज अपने किए एक ट्वीट में सवाल पूछा है कि अगर जायरा के तर्क को स्वीकार कर लिया जाए तो भारत के गर्व आमिर खान, शाहरुख खान, सलमान खान, एआर रहमान, जावेद अख्तर और कई अन्य का क्या होगा।
यह भी पढ़ें : कई जजों को तो सामान्य विधिक ज्ञान भी नहीं !
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने भी आज अपने किए एक ट्वीट में सवाल पूछा है कि अगर जायरा के तर्क को स्वीकार कर लिया जाए तो भारत के गर्व आमिर खान, शाहरुख खान, सलमान खान, एआर रहमान, जावेद अख्तर और कई अन्य का क्या होगा।
if this reasoning of #ZairaWasim is adopted generically, wht wl happen to pride of India #AamirKhan #ShahrukhKhan #SalmanKhan #ARRahman #JavedAkhtar And many others!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 3, 2019
जायरा ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट किया गया था जिसमें उन्होंने ऐक्टिंग छोड़ने का ऐलान किया था। जायरा ने लिखा था कि बॉलीवुड में उनके 5 साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने बताया है कि कैसे 5 साल पहले लिए गए इस फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी। उनको शोहरत और लोगों का प्यार मिला। हालांकि, उन्हें ये सब कभी नहीं चाहिए था।
यह भी पढ़ें : नौकरियों पर घिरती सरकार, बेरोजगारी दर 33 महीने के उच्चतम स्तर पर
उन्होंने लिखा है, ‘मैं भले यहां फिट हो रही हूं लेकिन मैं यहां की नहीं हूं। यह मुझे मेरे ईमान से दूर कर रहा है।’ सोशल मीडिया पर 6 पन्ने की चिट्ठी में जायरा ने कुरान का भी जिक्र किया था। उनका कहना है कि यह रास्ता उन्हें अल्लाह से दूर कर रहा है।