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नई दिल्ली। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं बल्कि उनके सहयोगी ऐसा चाहते हैं। जरीफ ने एनबीसी प्रसारक को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे विश्वास नहीं होता कि राष्ट्रपति ट्रम्प युद्ध चाहते हैं, लेकिन मैं मानता हूं कि उनके आस-पास के लोग युद्ध चाहते हैं।
गत सप्ताह ईरान ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते के तहत यूरेनियम संवर्द्धन की तय सीमा को पार कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने इसकी पुष्टि भी की है। ईरान ने 3.67 प्रतिशत की तय सीमा को पार कर अपना यूरेनियम संवर्द्धन 4.5 प्रतिशत तक कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि ओमान की खाड़ी में गत माह होरमुज जलडमरूमध्य के नजदीक दो तेल टैंकरों अल्टेयर और कोकुका करेजियस में विस्फोट की घटना और ईरान द्वारा अमेरिका के खुफिया ड्रोन विमान को मार गिराने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष मई में ईरान परमाणु समझौते से अपने देश के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
गौरतलब है कि 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।