- लखनऊ में अब मिलेगी प्राचीन जापानी युद्ध कला जुजुत्सू की ट्रेनिंग
- आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के कार्यालय में एक अगस्त से खुलेगा जुजुत्सू का सेंटर
लखनऊ। प्राचीन जापानी युद्ध कला जुजुत्सू को बढ़ावा देने के लिए जुजुत्सू एसोसिएशन ऑफ़ लखनऊ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की घोषणा शनिवार को की गई। इस कार्यकारिणी का चुनाव जुजुत्सू एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश ने किया है। लखनऊ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी में इंटरनेशनल ताइक्वांडो प्लेयर सैयद रफत को अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं इस कार्यकारिणी के संरक्षक उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह बनाए गए है।
लखनऊ की कार्यकारिणी की घोषणा आज जुजुत्सू एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिहान अमित गुप्ता ने शनिवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। इस कार्यकारिणी में विवेक कुमार महासचिव और लोकेश वर्मा कोषाध्यक्ष बनाए गए है। अन्य पदों पर वरिष्ठ संयुक्त सचिव श्वेता मेहरोत्रा, तकनीकी निदेशक मो.नदीम, तकनीकी समन्वय समिति के चेयरमैन अभिषेक मौर्या, मीडिया इंचार्ज सैयद मो.रामिश, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गेेश मिश्रा और प्रशासक सैयद मीराज साजिद बनाए गए है।
लखनऊ कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सैयद रफत ने कहा कि वह खेल निदेशक डा.आरपी सिंह से आग्रह करेंगे कि प्रदेश के स्टेडियमों में जुजुत्सू की ट्रेनिंग के लिए कोच नियुक्त किए जाए। आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के भी प्रबंध निदेशक सैयद रफत ने कहा कि जुजुत्सू को बढ़ावा देने के लिए आइकोनिक अकादमी के कार्यालय के हाल में जुजुत्सू के एक ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत एक अगस्त से की जाएगी।
इस सेंटर में जुजुत्सू के ट्रेंड कोचेज द्वारा प्रशिक्षुओं को शाम चार से छह बजे तक ट्रेनिंग दी जाएगी। जल्द ही हम यहां ट्रेनिंग के लिए बाहर से भी कोच बुलवाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि एशियन गेम्स-2022 में भारतीय जुजुत्सू टीम में लखनऊ के खिलाड़ी भी शामिल हो। इसके लिए हम पूरी मेहनत से कार्य करेंगे।
जुजुत्सू एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिहान अमित गुप्ता ने बताया कि सैयद रफत को लखनऊ कार्यकारिणी का अध्यक्ष इसलिए बनाया गया है क्योंकि वह खेलों के प्रति समर्पित है। वह ताइक्वांडो के इंटरनेशनल खिलाड़ी भी है और आइकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी के माध्यम से खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम बखूबी कर रहे है। उम्मीद है कि उनके अनुभव का हमें पूरा फायदा मिलेगा।