जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. राजस्थान हाईकोर्ट में अब महेन्द्र गोयल और शुभा मेहता ऐसे जज होंगे जो घर और अदालत दोनों जगह पर साथ में काम करेंगे. शुभा और महेन्द्र गोयल पति पत्नी हैं. जस्टिस महेन्द्र गोयल राजस्थान हाईकोर्ट में वकील थे. एडवोकेट कोटे से वह 2019 में जज बने थे जबकि शुभा मेहता जिला जज से प्रमोट होकर हाईकोर्ट की जज बनी हैं. शुभा मेहता के जज बनते ही राजस्थान हाईकोर्ट में यह रिकार्ड बन गया कि पति-पत्नी दोनों जज हों. हालांकि मद्रास हाईकोर्ट में पहले से ही पति-पत्नी जज हैं.
मद्रास हाईकोर्ट में मुरली शंकर कुप्पुराजू और तमिलसेल्वी टी वलयापलायम साल 2020 में एक साथ हाईकोर्ट के जज बने थे. राजस्थान में पति-पत्नी दोनों अलग-अलग जज बने हैं और पति एडवोकेट कोटे से प्रमोट होकर और पत्नी जिला जज से प्रमोट होकर हाईकोर्ट में जज बने हैं.
राजस्थान हाईकोर्ट में शुभा मेहता के साथ ही कुलदीप माथुर को भी जज बनाया गया है. कुलदीप एडवोकेट कोटे से जज बने हैं. 1993 से वकालत कर रहे कुलदीप माथुर को सर्विस मैटर और संविधान मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है.