जुबिली न्यूज डेस्क
बांबे हाईकोर्ट की गोवा बेंच के एक जज ने सोमवार को भाजपा विधायकों के खिलाफ दायर एक याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया।
साल 2019 में गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले दस विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए ये याचिका दायर की थी।
इन 10 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग को लेकर दायर की गई याचिका को गोवा विधानसभा के स्पीकर राजेश पाटनेकर ने इसी साल अप्रैल में खारिज कर दिया था। इसके बाद गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने बॉम्बे हाई कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी थी।
ये भी पढ़े: योगी ही नहीं इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों का भी समय नहीं चल रहा सही
ये भी पढ़े: 14 महीनों में हर मिनट में 30 नए निवेशकों की हुई शेयर बाजार में एंट्री
चोडणकर की तरफ से पैरवी कर रहे अभिजीत गोसावी ने बताया कि सोमवार को इस मामले की सुनवाई जस्टिस एमएस सोनक और जस्टिस एमएस जवालकर की खंडपीठ के सामने होनी थी। लेकिन जस्टिस सोनक ने इस मामले की सुनवाई से ये कहते हुए खुद को अलग कर लिया कि वे कुछ प्रतिवादियों की तरफ से पहले पैरवी कर चुके हैं।
ये भी पढ़े:कोरोना : देश में पिछले 24 घंटे में 1,00,636 मामले, 2427 लोगों की मौत
ये भी पढ़े: दिल्ली में खुली दुकानें, मेट्रो भी चली
फिलहाल अब ये मामला एक विशेष खंडपीठ के पास जाएगा और इसके लिए याचिकाकर्ता को आवेदन देना होगा।
इस मामले में गिरीश चोडणकर की तरफ से वरिष्ठï कांग्रेस नेता व अधिवक्ता कपिल सिब्बल पैरवी कर रहे हैं तो सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता गोवा विधानसभा के स्पीकर की तरफ से है।
ये भी पढ़े: बंगाल : महुआ मोइत्रा ने किसको ‘अंकलजी’ कहकर संबोधित किया