जुबिली न्यूज़ डेस्क
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन विद्या भारती की पूर्व छात्र परिषद इकाई द्वारा गुरुवार को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर “मेरा स्कूल मेरा गौरव” पर्व का आयोजन किया गया है। इस पर्व का आरंभ 17 अक्टूबर से हुआ है, जो 16 नवंबर 2020 तक चलेगा।
सरस्वती कुंज निरालानगर परिसर स्थित प्रो. रज्जू भैया सूचना संवाद केंद्र में आयोजित वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जय प्रताप और क्षेत्रीय पूर्व छात्र प्रमुख डॉ. दीपक असरानी मौजूद रहे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि, इस पर्व का मुख्य उद्देश्य विद्या भारती के सरस्वती शिशु मंदिर एवं सरस्वती विद्या मंदिर में शिक्षा ग्रहण कर चुके अधिकाधिक पूर्व छात्रों का पंजीयन विद्या भारती पोर्टल www.vidyabharatialumni.org पर सुनिश्चित किया जाना है। अब तक इस पोर्टल पर दो लाख से अधिक छात्र जुड़े चुके हैं।
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डॉ. जय प्रताप सिंह ने बताया कि विद्या भारती के पूर्व छात्रों का योगदान सदैव से देश और समाज में परोपकार की भावना से जरूरतमंदों की सहायता करना और संस्कार युक्त शिक्षा का प्रसार कर समृद्ध समाज के निर्माण में योगदान करने का रहा है।
यह पर्व विद्या भारती के पूर्व छात्रों के लिए अपने विद्यार्थी जीवन की यादों को तरोताजा करने का स्वर्णिम अवसर है, जिसके माध्यम से वह अपने पुराने सहपाठियों से सम्पर्क करने में सफल हो सकते हैं।
जुबिली पोस्ट के संवादाता के एक सवाल पर बताया गया कि, इस वेबसाइट पर विद्या भारती के पूर्व छात्रों के आलावा अन्य छात्र भी जुड़ सकते हैं जो समाज के हित में काम करना चाहते हों।
ब्रांड एम्बेसडर बनकर समाज के कल्याण में योगदान दें सकते हैं विद्या भारती के पूर्व छात्र
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय पूर्व छात्र प्रमुख डॉ. दीपक असरानी ने कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य समाज में समानता लाना, गरीबी को दूर करना और समाज में संस्कार व परंपरा का प्रसार करना है।
विद्या भारती के पूर्व छात्र विद्या भारती के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके और ब्रांड एम्बेसडर बनकर समाज के कल्याण में अपना योगदान दें सकते हैं। इसका प्रमाणपत्र विद्या भारती द्वारा जारी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दुनिया भर में अलग-अलग जगहों पर रह रहे पूर्व छात्र विद्या भारती पोर्टल के माध्यम से अपने शिक्षकों और पुराने साथियों से सम्पर्क भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्या भारती के एलुमनी नेटवर्क पर वर्तमान में लगभग दो लाख पूर्व छात्रों का पंजीयन हो चुका है।
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