जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर टारगेट किलिंग देखने को मिल रही है। दरअसल जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने 2 पंडित भाइयों को गोली मारी है। इसमें से एक भाई की मौत हो गई जबकि दूसरे भाई की हालत बेहद खराब बतायी जा रही है।
आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बतायी जा रही है। पूरी वारदात शोपियां के चोटीगाम गांव की बतायी जा रही है। स्थानीय मीडिया की माने तो आतंकियों ने दो भाइयों को निशाना बनाया है।
उनकी पहचान सुनील कुमार और पिंटू कुमार के तौर पर की गई है। बताया जा रहा है इन पर हमला तब हुआ जब ये लोग जब सेब के बागान में थे तभी आतंकियों ने इन पर हमला बोला है। मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
#Terrorists fired upon civilians in an apple orchard in Chotipora area of #Shopian. One person died and one injured. Both belong to minority community. Injured person has been shifted to hospital. Area #cordoned off. Further details shall follow.@JmuKmrPolice
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) August 16, 2022
इससे पहले इसी महीने बांदीपोरा जिले में आतंकवादियों द्वारा मोहम्मद अमरेज नाम के एक प्रावासी मजदूर की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था
गोली लगने के बाद आनन-फानन में उसको अस्पाताल लाया गया था लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया था मरने वाला मजदूर अमरेज बिहार के मधेपुरा का रहने वाला बताया जा रहा था ।
जहां एक ओर सुरक्षाबलों ने अपनी आक्रामक कार्रवाई से आतंकियों के हौसले को पस्त करना शुरू कर दिया लेकिन आतंकी निर्दोष लोगों की हत्या कर घाटी का माहौल बिगाडऩे लगे हैं।
अभी हाल में यहां पर टारगेट किलिंग की घटना अचानक से बढ़ गई है। इस साल जनवरी से अब तक पुलिस अधिकारियों, शिक्षकों और सरपंचों सहित कम से कम 18 से आधिक टारगेट किलिंग के तहत हत्या की गई है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा थि अल्पसंख्यकों, नागरिकों और सरकार में लोगों को निशाना बनाने वाले केवल डर का प्रचार कर रहे हैं।
उनका कहना था कि ये हत्याएं इसलिए हो रही हैं, क्योंकि स्थानीय निवासियों ने उनके फरमान को मानना बंद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा था कि घाटी के विभिन्न हिस्सों और समाज के विभिन्न वर्गों के सदस्यों पर हमला करके आतंकवादी अपनी उपस्थिति दिखाना चाहते हैं। कुल मिलाकर इस पूरी घटना से पूरी घाटी में डर का माहौल फिर से देखने को मिल रहा है और स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है।