Saturday - 26 October 2024 - 10:42 AM

जियो, एयरटेल, वोडाफोन… क्या बढ़ने वाला है आपका मोबाइल बिल? जानें

जुबिली न्यूज डेस्क 

नई दिल्ली: टेलिकॉम कंपनियां एक बार फिर आपके मोबाइल का बिल बढ़ाने की फिराक में हैं। देश की दो बड़ी टेलिकॉम कंपनियां एयरटेल और वोडा आइडिया एवरेज रेवेन्यू पर यूजर को बढ़ाने के लिए टैरिफ में बढ़ोतरी करना चाहती हैं लेकिन देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो इसके पक्ष में नहीं है।

जियो का कहना है कि वह टैरिफ में बढ़ोतरी नहीं करेगी। कंपनी का कहना है कि वह 5जी कस्टमर्स के लिए भी टैरिफ बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। कंपनी की नजर एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और बीएसएनएल/एमटीएनल के उन 24 करोड़ ग्राहकों पर है जो अब भी 2जी नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं।

रिलायंस जियो के प्रेजिडेंट मैथ्यू ऊमन ने कहा कि कंपनी की योजना टैरिफ में बड़ा बदलाव करने की नहीं है। कंपनी का फोकस ऐसे ग्राहकों पर है जो डेटा प्लान की तरफ आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी का यही विजन है।

एआरपीयू क्या है

ऊमन ने कहा कि सभी भारतीयों की डेटा तक पहुंच होनी चाहिए। हम उन्हें इससे वंचित नहीं रख सकते हैं। हम सभी भारतीयों को सुपीरियर कस्टमर एक्सपीरियंस देना चाहते हैं। एवरेज रेवेन्यू पर यूजर को किसी भी टेलिकॉम कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ का अहम पैमाना माना जाता है। दूसरी तिमाही में जियो का एआरपीयू 181.7 रुपये पहुंच गया जो पिछले साल की समान तिमाही में 177.2 रुपये था और पिछली तिमाही में 180.5 रुपये था। एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने टैरिफ बढ़ाने की वकालत की है। उनका कहना है कि कैपेक्स बढ़ाने के लिए ऐसा करना जरूरी है।

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भारती एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा, ‘हम इंडस्ट्री के लिए ग्रेटर फाइनेंशियल हेल्थ चाहते हैं क्योंकि इसमें बहुत पूंजी खर्च हो रही है। इसलिए एआरपीयू में बढ़ोतरी जरूरी है।’ उनका कहना है कि एआरपीयू 300 रुपये तक होना चाहिए। पहली तिमाही के अंत में एयरटेल का एआरपीयू 200 रुपये था जो इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है। वहीं भारी कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया का दूसरी तिमाही में एआरपीयू मात्र 142 रुपये था। इससे साफ है कि वोडाफोन आइडिया को खुद को रेस में बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है।

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