न्यूज डेस्क
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी में वापसी करने जा रहे हैं। उनकी वापसी के लिए 17 फ़रवरी को रांची में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में जेवीएम का बीजेपी में विलय होगा। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर मौजूद रहेंगे।
जानकारी के अनुसार, बाबूलाल मरांडी ने बीते दिन दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस दौरान उनके साथ ओमप्रकाश माथुर भी मौजूद थे। तीनों नेताओं में करीब एक घंटे तक विलय को लेकर विचार विमर्श हुआ. इसके बाद विलय की तारीख 17 फरवरी तय की गई। इससे पहले शनिवार को उनकी मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह से भी हो चुकी है।
11 फरवरी को रांची में जेवीएम की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में जेवीएम का बीजेपी में विलय का प्रस्ताव पास किया जाएगा। इसके बाद निर्वाचन आयोग की सहमति मिलने पर जेवीएम का बीजेपी में विलय हो जाएगा।
हालांकि, जेवीएम का भारतीय जनता पार्टी में विलय होने के बाद जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बता दें कि पिछले साल ही झारखण्ड में 80 सीटों के लिए विधान सभा चुनाव हुए थे। जिसमें जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन ने 46 सीटें जीती थी जबकि बीजेपी ने 25 और जेवीएम को मात्र 9 सीटें मिली थी। ऐसे में अगर जेवीएम- बीजेपी का विलय हो जाता है तो मौजूदा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सीएम हेमंत सोरेन ने दी शुभकामनाएं
वहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के लिए बधाई दी है। जबकि पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जो कोई व्यक्ति बीजेपी की नीति और सिद्धांत को स्वीकार करता है, वे पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी में व्यक्तिवाद नहीं चलता, बल्कि विचारधारा से काम होती है।
2006 में बने थी जेवीएम
गौरतलब है कि बाबूलाल मरांडी 2006 में बीजेपी से अलग हो गये थे। उसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी जेवीएम बनाई थी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव से ही उनकी बीजेपी में वापसी की अटकलें तेज थीं।