न्यूज़ डेस्क
बिहार की राजधानी पटना में होली के दिन हुई हत्या ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। चुनाव से पहले बिहार में अपराध के कई मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के पटेल नगर का है। यहां अपराधियों ने पटना में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता कन्हैया कौशिक की गोली मारकर हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि कन्हैया के एक साथी को भी गोली लगी है जिसे घायल अवस्था में एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं,
इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हलचल मच गई है।
दरअसल, होली मिलन समारोह के एक कार्यक्रम में कुश नामक एक युवक का नाम बैनर पोस्टर में नहीं था जबकि उसी पोस्टर में कन्हैया कौशिक का नाम था। इसी बात को लेकर कुश नाराज था। उसको लग रहा था कि कन्हैया ने ही पोस्टर से उसका नाम हटवाया था। इसी बात को लेकर मंगलवार को कन्हैया और कुश में झगड़ा हुआ था।
समझौता करने के बहाने मारी गोली
इसके बाद दोस्तों की सलाह पर एसकेपुरी थाने मे कन्हैया ने कुश के खिलाफ लिखित शिकायत की। इस बात से खुन्नस खाकर कुश ने गहरी साजिश रच डाली। कुश ने समझौता करने के नाम पर कन्हैया को पटेल नगर में बुलाया इसके बाद उन दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। कन्हैया को पांच गोलियां मारी गई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। जबकि दोस्त चंदन घायल हो गया।
हालांकि चंदन खतरे से बहार है। इस मामले के बाद से पटना पुलिस में खलबली मच गई। एसएसपी ने मामले में सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी है। घटना के बाद से जेडीयू समर्थक काफी नाराज दिख रहे हैं।
रह चुका था पूर्व प्रदेश महासचिव
घटना के बाद मौके पर जदयू एमएलसी रणवीर नन्दन समेत कई नेता पहुंचे। जदयू के एमएलसी ने माना कि कन्हैया पार्टी का एक्टिव मेम्बर थे। बिहार में कन्हैया छात्र जेडीयू का पूर्व प्रदेश महासचिव रह चुका था। साथ ही एएन कॉलेज छात्रसंघ का उपाध्यक्ष भी रह चुका है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। साथ ही जेडीयू नेताओं ने भी आक्रोश जताया। इस पूरे घटना पर छात्र जेडीयू नेता सुनील गुप्ता ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। वहीं पुलिस ने एसआईटी गठित कर मामले की जांच में जुट गई है।