जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / रामपुर. राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने बुधवार को रामपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आज़म खां के परिवार से मुलाक़ात की. आज़म खां की पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म से मुलाक़ात के बाद जयंत ने कहा कि आज़म खां के परिवार से उनके तीन पीढ़ियों के सम्बन्ध हैं. इस मुलाक़ात को राजनीतिक मुलाक़ात न समझा जाए. उन्होंने कहा कि मैं तो रामपुर में लखीमपुर कांड के मुख्य गवाह से मुलाक़ात करने आया था. इस शहर में आया तो आज़म खां के परिवार से मिले बगैर कैसे वापस लौट सकता था.
आज़म खां के परिवार से जयंत चौधरी की मुलाक़ात के मायने इसी वजह से फ़ौरन ही तलाशे जाने लगे क्योंकि इधर बड़ी तेज़ी से आज़म खां की समाजवादी पार्टी के साथ तल्ख़ होते रिश्तों की बात की जा रही है. पत्रकारों ने जयंत चौधरी से भी इसे लेकर सवाल पूछ लिया तो जयंत चौधरी ने कहा कि दूसरे राजनीतिक दलों में क्या चल रहा है इससे मुझे क्या लेना देना है लेकिन अगर किसी पार्टी में दो अलग-अलग मत हैं तो यह मान लेना चाहिए कि उस पार्टी में लोकतंत्र जिंदा है.
जयंत चौधरी ने कहा कि आज़म खां को जिस तरह से काफी समय से प्रताड़ित किया जा रहा है उस वजह से मेरी संवेदना इस परिवार के साथ है. यह लोग बहुत हिम्मत वाले हैं जो लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनके मुकदमों की सुनवाई होनी चाहिए थी उस गति से सुनवाई नहीं हो रही है. इसी तरह से जब आज़म खां बीमार होकर लखनऊ के मेदान्ता अस्पताल में भर्ती हुए तब जो सुविधाएँ उन्हें प्रशासनिक तौर पर मिलनी चाहिए थीं वह नहीं दी गईं.
यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट से आज़म खां को बड़ी राहत
यह भी पढ़ें : ओवैसी की आज़म को लिखी यह चिट्ठी क्या उड़ा देगी अखिलेश यादव की नींद
यह भी पढ़ें : अज़ीज़ कुरैशी का इल्जाम, सरकार आज़म खां की जान लेना चाहती है
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : पुलकित मिश्रा न संत है न प्रधानमन्त्री का गुरू यह फ्राड है सिर्फ फ्राड