जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव में अब बेहद कम दिन रह गए है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इतना ही नहीं जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं का आना-जाना भी खूब लगा हुआ है।
कभी कोई सपा छोड़ बीजेपी में जा रहा है तो कोई बीजेपी से किनारा कर साइकिल की सवारी करने में ज्यादा विश्वास दिखा रहे हैं। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में मची भगदड़ देखने को मिल रही है और समाजवादी पार्टी को रोजाना नये-नये सहयोगी मिलते जा रहे हैं।
दूसरी ओर अखिलेश यादव ने छोटी-छोटी पार्टी के साथ गठबंधन कर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने का बड़ा दावा जरूर कर रहे हैं। अखिलेश यादव की पार्टी सपा के साथ राष्ट्रीय लोकदल जैसे मजबूत दल साथ है और बीजेपी को हराने के लिए इस गठबंधन ने खास तैयारी कर रखी है।
लेकिन भाजपा की ओर से राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी को बीजेपी के साथ आने का बड़ा ऑफर दिया है। दरअसल बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के नई दिल्ली स्थित आवास पर पंचायत और जिला स्तर के कऱीब 200 प्रभावी जाट नेताओं की बैठक हुई है।
इसी बैठक के दौरान राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी को बीजेपी के साथ आने का ऑफर दिया गया है। अब बीजेपी के इस ऑफर पर राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और बीजेपी को जवाब देते हुए कहा है कि मैं कोई चवन्नी नहीं जो पलट जाऊं।
जयंत चौधरी ने कहा कि कल रात से एक खबर चल रही है किदिल्ली में एक बहुत बड़ी बैठक हुई। ये लोग कहां गए थे जब लखीमपुर में किसानों को कुचला गया, रौंदा गया। पशु के ऊपर भी कोई इस तरह से गाड़ी, इंसानियत रखने वाला, कोई भी इंसान इस तरह की वारदात नहीं करेगा।
आज भी वे लोग मंत्री बने बैठे हैं। ये लोग कहां थे जो आज मुझसे-आपसे उम्मीद कर रहे हैं। मैं कोई चवन्नी हूं जो पलट जाऊंगा। ये हमारे मान-सम्मान की बात है। ये फैसले मैं अकेले नहीं लेता।
बहुत सोच विचार कर हमने ये फैसला लिया है। कुल मिलाकर देखा जाये तो बीजेपी की पूरी कोशिश है कि किसी तरह से वो सपा के गठबंधन को सत्ता में आने से रोके और इस वजह से बीजेपी ने अपनी पार्टी के दरवाजे दूसरे नेताओं के खोल रखे हैं।