न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर सियासी तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दल लगातार मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठा रही है तो बीजेपी भी पलटवार करने से बिल्कुल नहीं चूक रही है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और मुख्य सचिव ने कहा है कि राज्य में हालात सामान्य है। लोग बकरीद की खरीदारी कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें और गलत सूचना से बचें।
वहीं, कुछ अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी ने दावा किया था कि जम्मू और कश्मीर में प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद श्रीनगर में 10 हजार लोग सड़कों पर उतर आए थे। इस सभी मीडिया रिपोर्ट्स का गृह मंत्रालय ने खंडन किया था। मंत्रालय ने इसे पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया था।
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— Jammu-Kashmir Now (@JammuKashmirNow) August 10, 2019
अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि राज्य में हालात पर काबू पाने के लिए पिछले 6 दिनों में गोली का इस्तेमाल नहीं किया गया है। जम्मू और कश्मीर में ईद को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंधों में ढील दी गई जिसके बाद लोगों ने खरीदारी भी की।
Jammu & Kashmir Police: People should not believe any mischievous & motivated news regarding firing incidents in the valley. The police have not fired a single bullet in 6 days. The situation is calm, people are cooperative & restrictions are being relaxed. pic.twitter.com/027AcAbwqf
— ANI (@ANI) August 10, 2019
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ मुकालात के इतर राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘कश्मीर घाटी में शांति के साथ ईद मनाई जाएगी। मैं यहां कश्मीरी लोगों दी जा रही सुविधाओं की जांच कर रहा हूं। हम स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिशों में लगे हैं, लेकिन यह दोनों तरफ (सरकार और सुरक्षा बल तथा लोग) से निर्भर करेगा।’
दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह मांग की कि वह देश और जनता को बताएं कि वहां क्या हो रहा है।
कांग्रेस कार्यसमिति की दूसरे दौर की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बारे में कई खबरें आ रही हैं। वहां लोग मर रहे हैं। सरकार को वहां की स्थिति के बारे में जवाब देना चाहिए।
बता दें कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू में हालात अब बिल्कुल सामान्य हैं। ऐसे में प्रशासन ने यहां धारा 144 को हटाने का फैसला किया है। कश्मीर के दूसरे हिस्सों में भी हालात काबू में हैं।
इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आर्टिकल 370 पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू ‘क्रिमिनल’ थे।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मीडिया से बातचीत में शिवराज ने नेहरू को ‘क्रिमिनल’ कहने की दो वजह बताई। उन्होंने कहा, ‘पहला कारण यह है कि जब भारतीय फौज कश्मीर से पाकिस्तानी कबाइलियों को खदेड़ते हुए आगे बढ़ रही थी, ठीक उसी वक्त नेहरू ने संघर्ष विराम का ऐलान कर दिया।
इस वजह से कश्मीर का एक-तिहाई हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में रह गया। यदि कुछ दिन और सीजफायर की घोषणा नहीं होती, तो पूरा कश्मीर भारत का होता।’
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि नेहरू को ‘क्रिमिनल’ कहने के पीछे दूसरी वजह भी ठोस है। उन्होंने बताया, ‘नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 लागू किया। भला किसी एक देश में दो निशान, दो विधान (संविधान) और दो प्रधान कैसे अस्तित्व में रह सकते हैं? यह केवल देश के साथ नाइंसाफी नहीं है, बल्कि अपराध भी है।’