न्यूज डेस्क
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद से वहां के कई नेता नजरबंद कर दिए गये थे। इनमें फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन सहित कई नेता शामिल थे। लेकिन अब पूर्व मुख्यमंत्री रहे फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी हो हटा दिया गया है। अब्दुल्ला करीब सात महीने से नजरबंद थे।
दरअसल जम्मू कश्मीर से केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल 370 हटाने के बाद से किसी भी तरह की घटना से बचने के लिए सरकार ने कई स्थानीय नेताओं को नजरबन्द कर दिया गया था। इसके बाद से सभी नेता नजरबन्द चल रहे थे।
इससे पहले बीते फरवरी में जम्मू कश्मीर पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला से भी नजरबंदी हटा ली गई थी लेकिन बाद में पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया था। दोनों करीब छह महीने तक नजरबन्द रहे थे।
इसके अलावा आर्टिकल 370 के विरोध में पिछले साल अक्टूबर में फारूक अब्दुल्ला की बेटी साफिया और बहन सुरैया को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में इन्हें रिहा कर दिया गया।
इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि इन तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों कि रिहाई के लिए वो खुद प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि रिहा होने के बाद तीनों पूर्व सीएम, कश्मीर के हालात को सामान्य बनाने और विकास करने में अहम योगदान निभाएंगे।