नेशनल डेस्क
नई दिल्ली| बीते 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 की वजह से मिले विशेष दर्जे को खत्म करके दो केंद्रशासित प्रदेश में बंटने के बाद कश्मीर घाटी में तनावपूर्ण स्थिति अब धीरे- धीरे हालात सामान्य हो रहे है। कश्मीर घाटी में बीते 12 दिनों से स्कूल, कालेज, दुकान और आवाजाही पर लगी पाबन्दी में धीरे- धीरे ढील दी जा रही है।
प्रशाशन ने सोमवार से कश्मीर घाटी में स्कूल और कालेज खोले जाने के निर्देश जारी किये है साथ ही श्रीनगर में लोगों की आवाजाही की पाबंदियों में ढील दे दी गयी है। प्रशासन ने बताया कि कश्मीर घाटी के ज्यादतर हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों में ढील दी जा चुकी है और स्थिति अभी शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों की तैनाती पहले की तरह ही है। लोगों को शहर के आस-पास और अन्य शहरों में आवाजाही की अनुमति दे दी गई है।
पांच अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने की घोषणा करने से पांच घंटे पहले, कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। राज्य प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों को रेडियो पर उद्घोषणा के जरिए शुक्रवार को काम पर आने के निर्देश दिए।
गौरतलब रहे कि बीते पांच अगस्त से कश्मीर घाटी में संचार सेवाओं पर लगी पाबंदियां जारी हैं। सभी टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद हैं। बीते दो सप्ताह से स्कूल बंद हैं।
दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी पांच अगस्त से बंद हैं। प्रशासन ने बताया कि कश्मीर घाटी की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है लेकिन सुरक्षाबलों को हटाना जमीनी हालात पर निर्भर करेगा कि सुरक्षा बलों को कब काम करना है।