जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. हरियाणा की मॉडर्न जेल भोंडसी में नशीले पदार्थों का कारोबार और मोबाइल फोन की सप्लाई का धंधा खुद जेल अधीक्षक की देखरेख में हो रहा था. पुलिस ने एक सजायाफ्ता कैदी को रिमांड पर लेकर सख्ती से पूछताछ की तो इस पूरे रैकेट का खुलासा हो गया. पुलिस ने जेल अधीक्षक के आवास पर छापा मारकर कई आपत्तिजनक चीज़ें पकड़ी. जेल अधीक्षक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
गुरुग्राम के भोंडसी जेल में लगातार नशीले पदार्थों की सप्लाई और कैदियों द्वारा मोबाइल फोन इस्तेमाल की खबरें आ रही थीं. मोबाइल फोन के ज़रिये जेल में बंद अपराधियों का आपराधिक कारोबार जेल से ही चल रहा था. जेल में पड़े छापों में कई बार आपत्तिजनक चीज़ें पकड़ में आईं लेकिन पुलिस तमाम कोशिशों के बावजूद मुख्य षड्यंत्रकर्ता तक नहीं पहुँच पाईं.
पुलिस ने तह में जाने के लिए जाल बिछाया. अपने मुखबिरों के ज़रिये पुलिस सजायाफ्ता कैदी तक पहुँच गई जो इस सबका मुख्य सूत्रधार था. पुलिस ने अदालत के ज़रिये उसे रिमांड पर लिया और सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि इस सबका मास्टरमाइंड खुद जेल अधीक्षक है. जेल अधीक्षक धर्मवीर चौटाला और कैदी के बीच की कड़ी जेल का एक वार्डन है.
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पूरी जानकारी हासिल करने के बाद पुलिस ने जेल अधीक्षक के आवास पर छापा मारा तो उनके घर से मोबाइल फोन और सिम बरामद हुए. पुलिस ने जेल अधीक्षक और वार्डन को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब यह जानकारी जुटाएगी कि जेल अधीक्षक तक धन कैसे पहुंचाता था. जेल अधीक्षक तक मोबाइल फोन, सिम और नशीले पदार्थों को पहुंचाने की कड़ी कौन था. इस जेल अधीक्षक पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे लेकिन इस बार नशीले पदार्थों की सप्लाई जैसा गंभीर मामला सामने आया है.