जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की सड़कों पर सफ़र अब महंगा होने वाला है. राज्य की ऐसी 12 सड़कों का चयन कर लिया गया है जिस पर सरकार टोल टैक्स वसूलने वाली है. टोल वसूलने के लिए टेंडर के ज़रिये एजेंसी का चयन होगा. एजेंसी के पास यह ठेका पांच साल तक रहेगा.
मध्य प्रदेश सरकार ने सड़कों के रखरखाव के लिए इन पर टोल टैक्स वसूलने का फैसला किया है. टैक्स से मिले धन को ही सड़कों पर खर्च किया जायेगा. इस टोल टैक्स की ख़ास बात यह है कि सरकार ने तय किया है कि वाणिज्यिक वाहनों से ही टैक्स वसूला जाये.
वाणिज्यिक वाहनों पर एक और टैक्स के बोझ को लादने का फैसला लोक निर्माण विभाग ने लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हरी झंडी मिलने के बाद टोल टैक्स का प्रस्ताव कैबिनेट पास करेगी. यह तय किया गया है कि हल्के वाणिज्यिक वहन, ट्रक और मल्टी एक्सल ट्रक से टैक्स वसूला जाये.
मध्य प्रदेश की 12 सड़कों पर लगने वाले टैक्स से केन्द्र सरकार तथा मध्य प्रदेश सरकार के वाहनों के अलावा, सांसद, विधायक, भारतीय सेना, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, डाक तार विभाग, कृषि उपयोग में आने वाले वाहन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और मान्यता प्राप्त पत्रकारों के वाहन टैक्स से मुक्त रहेंगे.
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लोक निर्माण विभाग ने टोल टैक्स के लिए जिन 12 राजमार्गों को चुना है उनमें भोपाल-बैरसिया- सिरोंज मार्ग, नीमच मनासा मार्ग, नागदा-धार मार्ग, सिवनी-कटंगी मार्ग, बुढ़ार-अमरकंटक मार्ग, गंजबासौदा-सिरोंज मार्ग, जबलपुर- पाटन-शाहपुरा मार्ग, खंडवा-मूंदी मार्ग, बालाघाट – बैहर मार्ग, शुजालपुर- अकोदिया मार्ग, इंदौर-देवलपुर मार्ग और आगर-जावरा राजमार्ग को शामिल किया गया है.