जुबिली न्यूज डेस्क
अक्सर चर्चा में रहने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर चर्चा में हैं।
इसके पहले तक मंडल कभी ट्रेन में अंडरवियर में घूमने के चलते तो कभी किसी और वजह से चर्चा में रहे लेकिन इस बार जहरीली शराब पीकर मरने वालों को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दिया है।
मंडल के बयान के लिए के लिए उनकी सोशल मीडिया में जमकर आलोचना हो रही है। दरअसल विधायक गोपाल मंडल ने कहा, ‘बॉर्डर सील कर दिए गए हैं इसलिए कम शराब आ रही है। खेत के रास्ते शराब लाई जाती है। ऐसे में बनाई हुई शराब पीएगा कोई तो मरेगा ही।’
मंडल यहीं नहीं रूके। उन्होंने यहां तक कह डाला कि लोग मर रहे हैं तो जगह भी तो खाली होनी चाहिए। अगर ऐसे ही मरते रहेंगे तो जनसंख्या भी घटेगी।
यह भी पढ़ें : मैं हेमा मालिनी नहीं बनना चाहता, बोले जयंत चौधरी
यह भी पढ़ें : 57 देशों में फैल चुका है ओमीक्रॉन का नया वेरिएंट: WHO
यह भी पढ़ें : किस बात पर केजरीवाल ने कहा-अमित शाह को मिर्ची क्यों लगती है
उन्होंने कहा, ‘जब सीएम नीतीश कुमार बोल रहे हैं, मना कर रहे हैं तो फिर आप दारू क्यों पीते हैं? नीतीश कुमार ने पहले ही कहा है कि पीयोगे तो मरोगे। लोग पीते क्यों हैं, मरने ही के लिए, जगह भी तो खाली होनी चाहिए। अगर ऐसे ही मरते रहेंगे तो जनसंख्या घटेगी। बॉर्डर सील कर दिए गए हैं इसलिए कम शराब आ रही है। खेत के रास्ते शराब लाई जाती है। गरीब आदमी के लिए ही शराब बंद की गई, ऐसे में बनाई हुई शराब पीएगा कोई तो मरेगा ही।’
उल्लेखनीय है कि हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। करीब दो महीने पहले समस्तीपुर, बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब से करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष बैठक बुलाई थी। तब अचानक से पुलिस की सख्ती दिखने लगी थी। कई लोगों की गिरफ्तारियां हुईं थीं।
बिहार में पिछले साल जहरीली शराब के एक-दो नहीं पूरे 13 मामले सामने आए थे, जिसमें करीब 66 लोगों की मौत हो गई थी। हाल में नालंदा में हुई घटना से पहले बीते वर्ष 28 अक्टूबर की रात मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में आठ लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया था। पता चला कि लोगों ने शराब पी थी।
यह भी पढ़ें : चीन की गिरफ्त से लौटे अरुणाचल के मिराम के पिता ने कहा-मेरे बेटे के साथ…
यह भी पढ़ें : कोरोना : भारत में बीते 24 घंटे में संक्रमण के 1.61 लाख नए मामले, 1,733 की मौत
यह भी पढ़ें : बढ़ी बेरोजगारी के बीच मनरेगा के बजट में 25 फीसदी की कटौती
बिहार में एक तरफ शराबबंदी और दूसरी तरफ जहरीली शराब से हो रही मौतों के बीच विपक्ष और यहां तक कि बीजेपी नेता भी शराबबंदी कानून के प्रावधानों पर सवाल उठा रहे हैं।
नीतीश सरकार ने पिछले दिनों कानून के कुछ प्रावधानों संशोधन की भी बात कही है जिसके तहत शराब बेचने वालों के मुकाबले शराब पीने वालों के साथ कुछ नरमी बरते जाने की बात है।