जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान और इजरायल में इस वक्त काफी तनाव है। जहां एक ओर ईरान उसे बार-बार चेता रहा है कि अगर किसी भी तरह का हमला किया तो ईरान इससे भी बड़ा हमला करेगा।
ईरान ने दो अक्टूबर के दिन इजरायल पर करीब 185 मिसाइला दागते हुए अपने इरादे जता दिए है और अब माना जा रहा है कि इजरायल जल्द इसका जवाब देगा।
माना जा रहा है कि यह कार्रवाई 7 अक्टूबर से पहले या बाद में की जाएगी, जो दक्षिणी इजऱाइल में हमास के सीमा पार नरसंहार की बरसी है। अब अमेरिका ने इस पूरे मामले पर बड़ा बयान दिया है।
अमेरिकी राज्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने CNN को बताया है कि इज़राइल ने अभी तक बाइडेन प्रशासन को यह भरोसा नहीं दिया है कि वह ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करेगा।
यह आशंका तब और बढ़ गई है जब मंगलवार को ईरान ने इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था। इज़राइल की ओर से इस पर कोई प्रत्यक्ष जवाबी कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि इज़राइल जल्द ही जवाबी हमला कर सकता है। यह स्पष्ट करना कठिन है कि इज़राइल कब और कैसे प्रतिक्रिया देगा, लेकिन यह अनुमान है कि इज़राइल 7 अक्टूबर से पहले या बाद में हमला कर सकता है।
बता दे कि ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई शुक्रवार को तेहरान की ग्रैंड मस्जिद पहुंचे। यहां जुटे हजारों लोगों को उन्होंने जुमे की नमाज पढ़ाई। खामेनेई ने करीब पांच साल बाद इस मस्जिद में आकर नमाज पढ़ाई और लोगों को संबोधित किया। खामेनेई ने संबोधन में सबसे ज्यादा जोर दुनिया के मुसलमानों की एकजुटता पर दिया। उन्होंने लेबनान और गाजा के लोगों से एकजुटता दर्शाई और इजरायल पर जमकर निशान साधा। खामेनेई का ये संबोधन ऐसे समय पर हुआ है, जब ईरान और इजरायल में युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं।