जुबिली स्पेशल डेस्क
हमास और इजरायल के बीच जंग जारी है। दोनों तरफ से हमला हो रहा है। इस वजह से आम नागरिकों की जान जा रही है। इतना ही नहीं दोनों एक दूसरे पर बड़े-बड़े आरोप लगा रहे हैं।
आसमान से मौत बरस रही है और जमकर बर बरसाये जा रहे हैं। इसके साथ ही जमीन पर चलतीं गोलियों से लोग डरे और सहमे हुए और हर किसी को अपनी जान की परवाह है।
इजरायल और हमास की जंग अब चरम पर जा पहुंची है। गौरतलब हो कि फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे इसके बाद दोनों तरफ से जंग शुरू हो गई है।
मामला यहीं पर खत्म नहीं होता है बल्कि इसके बाद जमीन, समंदर और आसमान से इजरायल में घुसपैठ हुई और इसमें सैकड़ों इजरायली नागरिकों को बंधक बनाकर उनको मौत के घाट भी उतारा जा रहा है। अगर देखा जाये तो इजरायल पर ये अब तक सबसे बड़ा घातक हमला है तो ये कहना गलत नहीं हाोगा।
उधर इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) सोशल मीडिया पर हमलों से जुड़ी तस्वीरें मीडिया के बीच शेयर की और आईडीएफ ने इसे पूरी तरह से ‘वॉर क्राइम’ यानी ‘युद्ध अपराध’करार दिया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब सेकेंड वल्र्ड वार हुआ था तब उसके बाद जंग के नियम बनाये गए थे। जब इन नियमों के खिलाफ जाकर युद्ध लड़ा जाता है तो उसे वॉर क्राइम माना जाता है।
1939 से 1945 तक दूसरा विश्व युद्ध हुआ। इस जंग में भारी तबाही देखने को मिली तब दुनिया के सभी देशों ने मिलकर 1949 में स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा में जुटे और फिर चर्चा की। दुनिया इसे जेनेवा कन्वेंशन के नाम से जानती है। जेनेवा कन्वेंशन के दौरान युद्ध को लेकर जो नियम बने, उसे इंटरनेशनल ह्यूमैनेटिरियन लॉ के नाम से जाना जाता है और इसमें कुल 161 नियम है. इसे सभी 196 देशों ने मान्यता दी है।