जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. केन्या और तंजानिया में अमरीकी दूतावासों पर वर्ष 1988 में आतंकी संगठन अलकायदा द्वारा किये गए आतंकी हमले का अमेरिका की ओर से 22 साल बाद इजराइल ने बदला ले लिया है.
इजराइल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने ईरान की राजधानी तेहरान में छुपकर रह रहे अलकायदा के आतंकी अबू मोहम्मद अल मस्त्री को मार गिराया. इस आतंकी को अलकायदा में नम्बर दो की पोजीशन थी. इस दौरान अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की बहू मरियम के भी मारे जाने की खबर है.
बताया जाता है कि 9 अगस्त 1988 में केन्या और तंजानिया में अमरीकी दूतावासों पर अलकायदा ने जो भीषण हमला किया था उसमें 224 लोगों की जान गई थी. इस हमले का मास्टरमाइंड अबू मोहम्मद ही था. अमेरिका उसी समय से उसे पूरी दुनिया में तलाश रही थी.
अबू मोहम्मद पर अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई ने एक करोड़ डालर का इनाम रखा था. अमेरिका की तरफ से यह काम इजराइल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है. इस बड़ी घटना के बारे में न तो अब तक ईरान ने कुछ कहा है और न ही इजराइल ने ही इस बात को स्वीकार किया है.
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जानकारी के अनुसार अलकायदा का आतंकी अबू मोहम्मद तेहरान में अपनी कार से कहीं जा रहा था. उसके साथ उसकी बेटी मरियम भी थी. मोसाद के अधिकारियों ने उसकी कार रुकवाई और दोनों को गोली मार दी. हमलावरों ने साइलेंसर युक्त रिवाल्वर का इस्तेमाल किया इसलिए फ़ौरन किसी को इस हत्याकांड की जानकारी नहीं मिल पाई. मरियम की शादी लादेन के बेटे हमजा के साथ हुई थी. हमजा पहले ही मारा जा चुका है.