जुबिली स्पेशल डेस्क
अमेरिका और ईरान के बीच रिश्ते एक बार फिर बिगड़ते नजर आ रहे हैं। हालात जंग जैसे बनते जा रहे हैं, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सीधी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि ईरान न्यूक्लियर डील पर सहमति नहीं बनाता, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिका ने धमकी दी है कि यदि ईरान उसकी शर्तों को नहीं मानता, तो उसके ऊपर बमबारी तक की जा सकती है। एनबीसी न्यूज के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि यदि ईरान डील पर सहमत नहीं होता, तो अमेरिका ऐसी बमबारी करेगा, जो पहले कभी नहीं देखी गई। इसके साथ ही, ईरान पर अतिरिक्त आर्थिक प्रतिबंध (टैरिफ) भी लगाए जाएंगे।
ट्रंप प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि वह ईरान को पूरी तरह से नियंत्रित करना चाहता है और उसे न्यूक्लियर डील पर सहमत होने के लिए दबाव डाल रहा है। हालांकि, अमेरिका की इस सीधी धमकी के बाद अब तक ईरान की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अब यह देखना होगा कि ईरान इस चेतावनी का क्या जवाब देता है और क्या दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा या कोई नया समझौता हो सकता है।
बता दे कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार सुर्खियों में हैं और अपने फैसलों से पूरी दुनिया को चौंका रहे हैं। जहां एक ओर वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ईरान के साथ भी बातचीत करने की इच्छा जता रहे हैं। हालांकि, ईरान ने उन्हें बड़ा झटका दिया था।
ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर किसी भी तरह की बातचीत के प्रस्ताव को सख्ती से खारिज कर दिया था।
हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से वार्ता की इच्छा जताते हुए आयतुल्ला अली खामेनेई को एक विशेष पत्र लिखकर न्यूक्लियर डील का प्रस्ताव दिया था। लेकिन अब ईरान की ओर से इस पर खुलकर प्रतिक्रिया सामने आई थी।
ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक खामेनेई ने कहा था , “जब हमें पता है कि वे इसका सम्मान नहीं करेंगे, तो वार्ता करने का क्या मतलब है?” खामेनेई ने कहा कि ट्रंप प्रशासन से वार्ता करने का मतलब होगा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को और सख्त करना और देश पर दबाव बढ़ाना।