जुबिली स्पेशल डेस्क
दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रोन ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। दुनिया के अधिकांश देश अलर्ट मोड में आ गए र्हैं। कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से लडऩे में वैक्सीन कारगार है या नहीं। इसको लेकर पूरी दुनिया में बहस देखने को मिल रही है।
वहीं गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने एक बड़ा दावा किया है। उसने दावा किया है कि स्पूतनिक वी और स्पुतनिक लाइट वैक्सीन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से लडऩे में कारगार है।
उसने बताया है कि स्पूतनिक वी और लाइट ओमिक्रॉन को बेअसर कर देगा क्योंकि उसमें अन्य वैक्सीन के मुकाबले वायरस के म्यूटेशन से लडऩे की उच्चतम प्रभावकारिता है।
इंस्टीट्यूट की माने तो अगर किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ तो 20 फरवरी, 2022 तक कई सौ मिलियन स्पूतनिक ऑमिक्रॉन बूस्टर बाजार में आ जायेगी।
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कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और उत्तराखंड की सरकारों ने कोरोना के नए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बता दे कि विश्व के कई देशों में अब भी कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है। अभी तक भारत में कोरोना की दो लहरे देखने को मिली है, जो काफी खतरनाक रही है। हालांकि अब भी कोरोना की तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इस बीच कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने पूरी दुनिया की नींद उड़ाकर रख दी है। इसको लेकर यह भी कहा जा रहा है कि यह तेजी से म्यूटेट होता है और यही सबसे चिंता की बात है।
इस नये वेरिएंट का नाम ‘ओमीक्रॉन’ का नाम दिया जा रहा है। इतना ही नहीं वैज्ञानिकों ने इस नए वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया को चेताया है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) की शुरुआती रिपोर्ट्स बेहद चौंकाने वाली हैं।