जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्या बीजेपी से नाराज है या फिर मोदी सरकार के बनने से वो खुश नहीं है…क्या मोदी से खुश नहीं है संघ…ये कुछ सवाल है… जो लगातार मीडिया में उठ रहे हैं।
दरअसल मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सरसंघचालक मोहन भागवत या कोई बड़ा पदाधिकारी शामिल नहीं हुआ था। इसके बाद ये सवाल उठ रहा था कि मोदी सरकार बनने से संघ नाराज है।
इसको बल तब मिला जब सरसंघचालक मोहन भागवत ने खुलकर इस पर अपनी बात रखी लेकिन उन्होंने बगैर नाम लिए बहुत कुछ कह डाला।
उन्होंने कहा कि सच्चे सेवक में अहंकार नहीं होता और वह दूसरों को कोई चोट पहुंचाए बिना काम करता है। उन्होंने साफ शब्दों में नाम लिए बगैर मोदी को सख्त संदेश देते हुए कहा कि एक सच्चा सेवक काम करते समय मर्यादा बनाए रखता है… जो मर्यादा बनाए रखता है, वह अपना काम करता है, लेकिन अनासक्त रहता है। इसमें कोई अहंकार नहीं है कि मैंने यह किया है। केवल ऐसे व्यक्ति को ही सेवक कहलाने का अधिकार है। अभी तक इस मामले में बीजेपी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।
संघ भी बीजेपी को लेकर पहले जैसा उत्साह नहीं दिखा रहा है और ताजा परिणाम भी ये बता रहा है कि बीजेपी में अब संघ का दखल कम होता हुआ दिख रहा है।
पहले बीजेपी के हर फैसले में संघ का रोल होता था लेकिन अब ऐसा नहीं दिख रहा है और अब मोहन भागवत का बयान भी इसी तरफ इशारा कर रहा है।
बता दे कि लोकसभा चुनाव में भले ही बीजेपी को बहुमत नहीं मिला हो लेकिन सहयोगियों के सहारे मोदी एक बार फिर पीएम बन गए है और एनडीए ने 293 सीटें जीतकर फिर से अपनी सरकार बना ली है।
हालांकि मोदी ने अपने कैबिनेट में सहयोगी दलों को शामिल किया है लेकिन सभी अहम मंत्रालय बीजेपी ने अपने पास रखे हैं।
बीजेपी सभी दलों को एक साथ लेकर चल रही है लेकिन ये भरोसा नहीं हैं कि ये सरकार कितने दिन चलेगी क्योंकि नीतीश कुमार और नायडू का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं है और कब बदल जाये तो ये किसी को नहीं पता है।