जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर नइं हलचल देखने को मिल रही है। यूपी में लोकसभा चुनाव के छठवें चरण से पहले अखिलेश यादव और राज भैया को लेकर बड़ी खबर आ रही है।
दरअसल एक बार फिर दोनों एक साथ मंच पर नजर आ सकते हैं। ऐसी संभावना बनती हुई नजर आ रही है।
बीजेपी के साथ राजा भैया की बात नहीं बनी। इसके बाद अटकले लग रही है वो लोकसभा चुनाव में सपा के साथ तालमेल बैठा सकते हैं। जानकारी मिल रही है कि सपा के साथ राज भैया तालमेल बैठा सकते हैं और सपा को समर्थन दे सकते हैं।
इतना ही नहीं दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि राजा भैया समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की रैली में भी शामिल हो सकते हैं। गुरुवार को अखिलेश की प्रतापगढ़ में रैली है।
इस रैली में राजा भैया शामिल होंगे या नहीं, इसको लेकर अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है लेकिन भले ही राजा भैया अभी इस रैली में शामिल होने से मना कर दिया हो लेकिन आगे क्या संभावना बनती है, इसको लेकर कयासों का दौर जारी है। बताया जा रहा है कि राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल सपा को समर्थन देने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस बात की जानकारी तब दी जब संजू मिश्रा ने सपा के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी को समर्थन पत्र भी सौंपा।
दूसरी तरफ सपा चाहती है कि बीजेपी के खिलाफ ठाकुरों विरोध को अपने पक्ष में भुना सके। अगर ऐसे में राजा भैया का साथ मिल जाये तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है।
पूर्वांचल की जिन 27 सीटों पर चुनाव होना है उसमें से एक भी सीट अभी सपा के पास नहीं है। इस वजह से दोनों दलों के साथ आने से सपा को बड़ा फायदा होगा। 21 पर बीजेपी और 6 पर बसपा ने साल 2019 में जीत का परचम बुलंद किया था और अब सपा को क्षत्रिय नेता का साथ मिलने के बाद लोकसभा चुनाव में फायदा होने की पूरी संभावना है।