जुबिली न्यूज डेस्क
रांचीः झारखंड एक बार फिर से नेतृत्व परिवर्तन की राह पर चल पड़ा है। सीएम हेमंत सोरेन को ईडी की ओर से भेजे गए सातवें समन के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। अचानक झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक सरफराज अहमद ने त्यागपत्र दे दिया। जिसे विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने स्वीकार भी कर लिया। विधानसभा सचिवालय की ओर से इस्तीफे को कारण बताते हुए पांडेय विधानसभा सीट रिक्त होने से संबंधित अधिसूचना सोमवार को जारी कर दी गई। अब चुनाव आयोग को उपचुनाव के संबंध में निर्णय लेना है।
हेमंत पर मुसीबत बढ़ी तो कल्पना संभालेंगी मोर्चा
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार पर ईडी की कार्रवाई से मुसीबत बढ़ी तो कल्पना सोरेन नेतृत्व संभालेंगी। वे गांडेय से चुनाव लड़ेंगी। गांडेय विधानसभा सीट अनारक्षित सीट है। यहां से जेएमएम उम्मीदवार की चार बार जीत हो चुकी है। यही कारण है कि जेएमएम नेतृत्व ने आदिवासी और अल्पसंख्यक बहुल अनारक्षित गांडेय सीट को चुना है।
5 के पहले हो सकती है विधायकों की बैठक
राजनीतिक सरगर्मी के बीच 5 जनवरी के पहले जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी विधायकों की बैठक भी बुलाए जाने की संभावना है। इस बैठक में हेमंत सोरेन की जगह कल्पना सोरेन को गठबंधन का नया नेता चुने जाने पर सहमति बन सकती हैं।
विधायकों से पहले ही कराया गया हस्ताक्षर
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि कल्पना सोरेन को जिम्मेदारी सौंपने के लिए जेएमएम नेतृत्व की ओर से पूरी रणनीति के साथ काम किया जा रहा है। ईडी के बढ़ते दबाव के मद्देनजर गठबंधन दलों के विधायकों से पहले ही हस्ताक्षर ले लिया गया है, ताकि परिस्थितियों को भांपते हुए राज्यपाल के पास तुरंत दावा पेश किया जा सका।
विशेष आहूत करने की भी तैयारी
झारखंड में बदलती परिस्थिति के बीच सरकार ने विधानसभा को विशेष सत्र आहूत करने के लिए तैयार रहने को कहा है। नेतृत्व परिवर्तन की स्थिति और बहुमत सिद्ध करने को लेकर विधानसभा सत्र आहूत किया जा सकता है। हालांकि अभी इस संबंध में किसी तरह का औपचारिक फैसला नहीं लिया गया है। गठबंधन दलों की होने वाली बैठक के बाद इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
गांडेय में कोई अड़चन नहीं
सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली हैं। यही कारण है कि उनके लिए आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट की जगह अनारक्षित गांडेय विधानसभा सीट की तलाश की गई। अल्पसंख्यक और आदिवासी बहुल होने के कारण गठबंधन के लिए गांडेय एक सुरक्षित सीट के तौर पर देखा जा रहा है।
सीएम हेमंत ने ईडी को नहीं दिया जवाब
ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कहा था कि वह दो दिनों के भीतर बताएं कि उनसे कहां पूछताछ की सकती है। इसके लिए हेमंत सोरेन को समय, तिथि और जगह बताने को कहा गया था। लेकिन दो दिनों की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। ईडी को सीएम ने कोई जवाब नहीं दिया। बताया गया है कि ईडी इस मामले में 5 जनवरी तक प्रतीक्षा किए जाने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेगी।
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बीजेपी बता रही जेएमएम का ‘बी’ प्लान
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव कराने को लेकर चल रही कवायद पर सवाल उठाया है। उन्होंने महाराष्ट्र के एक अन्य मामले का हवाला देकर बताया कि अब गांडेय में उपचुनाव नहीं हो सकता है। क्योंकि महाराष्ट्र में काटोल विधानसभा सीट खाली हुई थी, तब विधानसभा का कार्यकाल एक साल 50 दिन बाकी थी, लेकिन चुनाव नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन को सीएम बनाकर सोरेन परिवार सत्ता पर अपनी पकड़ को बनाए रखना चाहता है।