जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में बेहद कम दिन है। राजनीतिक दल इस वक्त मैदान में उतरकर जनता के बीच जाकर चुनाव जीतने के लिए पसीना बहा रहे हैं।
कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन फैसला तो जनता को करना है। इस बीच नेताओं का पाला बदलने का खेल भी खूब चल रहा है। कई नेता मौका देखकर अपने सियासी फायदे के लिए इधर से उधर जाते हुए नजर आ रहे हैं।
बीजेपी से लेकर कांग्रेस के साथ-साथ छोटे दलों में यही हाल है। इस बीच कल कांग्रेस को तीन बड़े झटके लगे हैं क्योंकि तीन नेताओं ने कांग्रेस से अपना हाथ खींच लिया और फिर कमल का फूल थामने में देर भी नहीं की। उनमें बॉक्सर विजेंदर सिंह, गौरव वल्लभ और संजय निरुपम शामिल हैं।
अब सवाल है कि अगला नंबर किसका है। कयासों का दौर जारी है और कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का एक और विकेट गिर सकता है। कौन है ये चेहरा इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। उत्तराखंड के वरिष्ठï नेताओं में शुमार हरीश रावत को लेकर कयासों का दौर जारी है। दरअस उनके एक बयान के बाद ये अटकल लग रही है कि वो भी कांग्रेस से किनारा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बहुत सुस्त हो गई है कांग्रेस नेता हरीश रावत ने आगे कहा कि कांग्रेस बहुत आलसी हो गई है। मगर उसके साथ अलायंस करने वाले लोग उसको जगाने का काम कर रहे हैं।
वे उनसे कह रहे हैं कि उठो, जागो, लड़ो और जीतो। हरीश रावत ने दावा करते हुए कहा कि हम हरिद्वार की सीट पर जीत रहे हैं और उत्तराखंड की बाकी चार सीटों पर भी हम जीत रहे हैं। टिहरी में काफी टक्कर है और अल्मोड़ा में भी पार्टी का काफी दबदबा है।
हरीश रावत ने कहा कि चुनाव के समय इस तरह की घटनाएं देखने को मिल जाती है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए काम करते हैं। उसका कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है और भारतीय जनता पार्टी यह इंप्रेशन देने की कोशिश में लगी है कि विपक्षी दल पूरी तरह से कमजोर हो गए हैं।
हालांकि उनके बयान से कही से नहीं लग रहा है वो कांग्रेस छोड़ सकते हैं लेकिन पार्टी के प्रति उनकी नाराजगी साफ देखने को मिल रही है।