जुबिली न्यूज डेस्क
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद मंथन का दौर जारी है, लेकिन धरातल पर कोई बदलाव नहीं दिख रहा।
वहीं इस सबके बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनावी राजनीति को अलविदा करने का संकेत दिया है। बकौल रावत, अब बहुत चुनाव लड़ लिए। 55 साल से मैं ही तो हूं। अब मेरे बाकी साथियों की बांहे भी फडफ़डा रहीं है।
हरीश रावत ने कहा कि मैं बहुत चुनाव लड़ लिया। रावत के इस कदम को विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की करारी हार से जोड़ा जा रहा है।
पूर्व सीएम ने कहा, मेरे चुनाव लड़ते ही बहुत सारे छिपे, दबे-दुबके पशु-पक्षी-कीट-जीव सब बाहर निकल आते हैं। और मुझे भभोडऩे लगते हैं।
क्या हरीश रावत ने हथियार डाल दिए हैं? इस सवाल के जवाब में थोड़ा ठिठके कांग्रेस के वरिष्ठï नेता बोले कि वैसे तो यह मेरे स्वभाव के विपरीत है। लेकिन सत्य तो सत्य ही है।
रावत ने चुनाव में हार के कारण भी गिनाए। उन्होंने कहा, अपनी लोकप्रियता को वोट में तब्दील नहीं कर पाया। लेकिन बीजेपी अपनी पार्टी की लोकप्रियता को अच्छे से भुना ले गई।
यह भी पढ़ें : राजनीतिक उठापटक के बीच इमरान खान की रैली की तैयारी
यह भी पढ़ें : महंगाई की मार : दूध, पेट्रोल-डीजल के बाद अब एलपीजी सिलेंडर हुआ महंगा
यह भी पढ़ें : सीपीएम के सेमिनार में शामिल नहीं होंगे शशि थरूर, जानिए क्यों?
रावत ने कहा कि वर्तमान चुनाव नतीजा जो रहा वो रहा, लेकिन आगामी वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए अच्छा रहने वाला है। हरिद्वार, नैनीताल और अल्मोड़ा लोस सीट पर कांग्रेस कड़ी टक्कर देगी।
धामी को मुख्यमंत्री बनाना साहसिक फैसला
हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी ने तमाम वरिष्ठï लोगों के बीच धामी को मुख्यमंत्री बनाने का साहसिक निर्णय लिया था। चुनाव हारने के बाद उन्हें दोबारा सीएम बनाकर उस फैसले को दोहराया है। ये पांच साल उत्तराखंड के आगामी 75 साल को तय करने वाले होंगे। धामी से उम्मीद है कि वो अच्छा काम करेंगे।
यह भी पढ़ें : सरकार ने लिया भारत बंद करने का फैसला! जानें पूरा सच?
यह भी पढ़ें : IPL 2022 में इसलिए चैंपियन बन सकती है Lucknow Super Giants
यह भी पढ़ें : हैदराबाद के कबाड़ गोदाम में लगी आग, 11 लोग जिंदा जले