जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार थोड़े बदले हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का पूरा स्वागत किया है। इस दौरान पीएम मोदी की तारीफ भी कर डाली थी लेकिन इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीति में परिवारवाद पर हमला बोलते हुए कहा था कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अपने परिवार को राजनीति में आगे नहीं बढ़ाया। जब तक कर्पूरी ठाकुर रहे बेटे को आगे नहीं किया।
उनके निधन के बाद जेडीयू ने उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को राज्यसभा भेजा। नीतीश ने कर्पूरी ठाकुर का अनुयायी बताते हुए कहा कि हमने भी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया। दूसरों को मौका देते रहे। उनका ये बयान लालू की तरफ साफ इशारा कर रहा है।
उनके ये बयान तब आया है जब बिहार में जेडीयू लालू यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चला रही है। अब इसका जवाब लालू की बेटी ने दिया है। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है और रोहिणी ने अपने पोस्ट में कहा, ‘समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है,हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है। ..’
अपनी अगली पोस्ट में रोहिणी लिखती हैं, ‘खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य विधि का विधान कौन टाले,जब खुद की नीयत में ही हो खोट.’ इसके अलावा अपनी पहली पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, ‘अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां..’ रोहिणी की इस पोस्ट को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है और इसे अप्रत्यक्ष रूप से जेडीयू पर निशाने के रूप में भी देखा जा रहा है।