न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस को लेकर हर कोई सतर्क है। भारत में भी कोरोना वायरस का मरीज सामने आ चुका है। वहीं चीन में अब तक इस वायरस से सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग इस वायरस की चपेट में हैं। इन लोगों को अलग-अलग शहरों में इलाज चल रहा है।
इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कई शहरों को तो पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वहीं चीन से एक चौकाने वाली खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन कोरोना वायरस को रोकने के लिए एड्स की दवा का इस्तेमाल भी कर रहा है।
‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के अनुसार बीजिंग के अधिकारियों और चाइना नेशनल हेल्थ कमीशन ने कोरोना वायरस के इलाज में एड्स की दवा के इस्तेमाल की पुष्टि की है। अधिकारियों के अनुसार एड्स के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 2 दवाईयों का इस्तेमाल कोरोनो वायरस के मरीजों के इलाज में भी किया जा रहा है।
वहीं साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग म्यूनिशिपल हेल्थ कमीशन ने एक स्टेटमेंट में कहा कि, ‘इंटरनेट पर कई ऐसे दावे हैं, जिसके मुताबिक एंटी-एड्स दवाईयां कोरोना वायरस के इलाज में कारगर साबित हुई हैं’।
स्टेटमेंट के अनुसार, चीन का नेशनल हेल्थ कमीशन पहले भी इन एंटी-एड्स दवाओं के कोरोना वायरस के इलाज में इस्तेमाल का सुझाव दे चुका है और इसका उनके पास पर्याप्त स्टॉक भी है। बीजिंग के तीन अस्पतालों में कोरोना वायरस के इलाज में इन एंटी एड्स दवाईयों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोराना वायरस के इलाज में जिन दो एंटी-एड्स दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है, वे ऐसी दवाएं हैं जो एचआईवी के वायरस को शरीर के सेल्स को नुकसान पहुंचाने और री-प्रोड्यूस की क्षमता पर असर करने से रोकती हैं।
हालांकि इन दवाओं के इस्तेमाल पर कई तरह का विवाद भी है। कई विशेषज्ञों का दावा है कि इस मेथड से कोरोना वायरस का इलाज संभव है, यह अभी तक साबित नहीं हो सका है।
उधर, प्रमुख हेल्थ जर्नल ‘द लैंसेट’ में छपी एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि अभी तक कोरोना वायरस के इंफेक्शन को रोकने के लिए कोई भी एंटी वायरल इलाज कारगर साबित नहीं हुआ है।
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