जुबिली स्पेशल डेस्क
इजराइल और ईरान में एक बार फिर तनाव देखने को मिल रहा है। दरअसल यमन में ईरानी दूतावास पर हुए हमले के बाद दोनों देशों में एक बार फिर जंग जैसे हालात बनते दिख रहे हैं।
ईरान ने साफ कर दिया है कि वो अपने कमांडर की मौत का बदला हर हाल लेगा। इसको लेकर उनसे इजराइल को चेतावनी जारी कर दी थी । ऐसे में मिडिल ईस्ट में जंग फैलने के आसार बढ़ रहे है।
इस बीच ईरान ने अमेरिका को बड़ी सलाह दी थी और कहा था कि अमेरिका अलग हट जाए, क्यों कि वह सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजरायली हमले के जवाब की तैयारी कर रहा है।
अप्रैल महीने की शुरुआत में इजराइल ने सीरिया में ईरानी दूतावास पर हवाई हमला किया था, जिसमें 2 ईरानी कमांडर के अलावा 12 लोगों की मौत हुई थी. उसका बदला लेने के लिए ईरान ने इजराइल पर हमला करने की तैयारी पूरी कर ली है।
इस बीच मिडल ईस्ट में ईरान के मुख्य प्रतिनिधि हिजबुल्लाह जंग को तैयार है। इंटरनेशनल मीडिया की रिपोट्र्स के अनुसार इजराइल के खिलाफ युद्ध में ईरान अकेला नहीं, बल्कि तमाम प्रॉक्सी संगठनों के लाखों सैनिकों के साथ एक लम्बी फौज उतार रहा है। ऐसे में इजराइल की मुश्किलें बढ़ना तय है।
ईरान की राजधानी तेहरान से तेल अवीव की दूरी करीब 2000 किलोमीटर है। ऐसे में इजराइल पर ताबड़तोड़ प्रहार करने के लिए ईरान ने 9 घातक ब्रह्मास्त्रों को वॉर जोन में उतारने की तैयारी कर ली है।
- मिसाइल सेज्जिल
- ब्रह्मास्त्र खैबर मिसाइल
- मिसाइल इमाद
- ब्रह्मास्त्र शाहाब-3
- गदर
- पवेह
- रईसी
- मिसाइल खैबर शेकन
- मिसाइल हज कसैम
इस बीच अमेरिका पूरी तरह से सतर्क हो गया है और ईरान के हमले को देखने हुए अमेरिका हाई अलर्ट पर है। सीएनएन रिपोर्ट के अनुसार इजरायल में होने वाले किसी भी संभावित हमले को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन चिंतित है. वह खासकर नागरिकों से ज्यादा सैन्य या खुफिया लक्ष्यों को लेकर चिंतित हैं। बता दें कि ईरान काफी समय से पहले से कह रहा है कि वो इजरायल को इस बार छोडऩे के मुड़ में नहीं है और वो एक बड़ा हमला कर बदला लेंगा लेकिन अभी तक ये नहीं बताया है कि ये हमला कब होगा लेकिन फिलहाल पूरे मिडिल इस्ट में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।